Deoria Murder Case: जमीनी विवाद में उत्तर प्रदेश के देवरिया के फतेहपुर में हुए नरसंहार में दोनों पक्षों की तरफ से इंसाफ की गुहार लगाई जा रही है। दिल दहला देने वाली इस घटना में सियासत भी खूब हो रही है। मामले का ब्राह्मण बनाम यादव करने की पूरी कोशिश जारी है। इसी कोशिश के तहत समाजवादी पार्टी की तरफ से इस पूरे मामले में एक तरफ कार्रवाई की बात कहकर सरकार और प्रशासन पर सवाल किए जा रहे हैं। वहीं योगी सरकार में अपराधियों की संपत्तियों पर हो रही बुलडोजर की कार्रवाई से हर पीड़ित अब इसी तरह का इंसाफ चाह रहा है। भू माफिया प्रेमचंद यादव के समर्थकों के हमले में मां-बाप और भाई बहन गंवा चुके सत्यप्रकाश दुबे के बेटे देवेश ने भी सरकार से कुछ इसी तरह की मांग की है।

बता दें कि 2 अक्टूबर को जमीनी विवाद में सत्यप्रकाश दुबे के घर धमकाने पहुंचे पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेमचंद यादव की हत्या कर दी गई थी। इसके विरोध में प्रेमचंद यादव के समर्थकों ने सत्यप्रकाश दुबे की घर पर हमला बोलकर परिवार में मौजूद सभी सदस्यों की हत्या कर दी। हालांकि इस हमले में एक मासूम जीवित बच गया है, जिसका गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा है। वहीं सत्यप्रकाश दुबे का बड़ा लड़का जो बलिया में पूजा-पाठ कराने गया था, वह भी बच गया है। जमीनी विवाद में हुए नरंसहार के बाद जागी प्रशासन की टीम ने कार्रवाई करनी शुरू कर दी है। पैमाइश में भू माफिया प्रेमचंद यादव का मकान वन विभाग की जमीन पर बने होने की बात सामने आई है। वहीं प्रशासन की तरफ से प्रेमचंद यादव के घर पर नोटिस भी चस्पा कर दी गई। ऐसा माना जा रहा है प्रशासन जल्द ही प्रेमचंद यादव के घर पर बुलडोजर की कार्रवाई कर सकती है।

मामले को यादव बनाम ब्राह्मण करने की कोशिश

प्रशासन की इस कार्रवाई को प्रेमचंद यादव का परिवार जहां एक तरफ कार्रवाई बताने में जुटा है, वहीं सत्यप्रकाश दुबे के बेटे देवेश दुबे लगातार इंसाफ की गुहार लगा रहा है। समाजवादी पार्टी व उसके नेता खुलकर प्रेमचंद यादव के पक्ष में खड़े हैं और प्रशासन को पैमाइश आदि कार्रवाई करने से भी रोक रहे हैं। वहीं सत्यप्रकाश दुबे के बेटे देवेश दुबे की हक के लिए स्थानीय विधायक शलभमणि त्रिपाठी ने कमान संभाल ली है। ऐसे में उम्मीद की जा रही है पीड़ित देवेश को इंसाफ मिल सकता है। प्रशासन से इंसाफ की गुहार लगा रहे देवेश दुबे ने बड़ा एलान करते हुए कहा है कि जब तक प्रेमचंद यादव के घर को बुलडोजर से ढहाया नहीं जाएगा, तब तक वह अपने माता-पिता का ब्रह्मभोज भी नहीं करेगा।

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देवरिया प्रशासन पर उठाए सवाल

देवेश ने प्रशासन की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कहा कि पूरे मामले में लीपापोती की जा रही है। घटना को हुए दस दिन बीत गए, लेकिन आरोपी पक्ष पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो सकी है। अगर ऐसी घटना प्रशासन के साथ हुई होती तो क्या वह चुप बैठते, या किसी और के साथ इस तरह की बर्बर घटना हुई होती तो लोग चुप होते। प्रशासन इस मामले में जल्द कार्रवाई करने की जगह केवल आश्वासन दे रहा है। प्रशासन की मंशा ठीक नहीं लग रही है। ऐसे में हम ब्रह्मभोज तभी करेंगे, जब आरोपी के घर पर बुलडोजर की कार्रवाई होगी। उधर प्रेमयादव के परिवार की तरफ से भी मांग की जा रही है, अगर घर टूट जाएगा तो वह लोग कहां जाएंगे। प्रेमचंद यादव की बेटी ने लोगों से भावुक अपील करते हुए घर बचाने की मांग की है।

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