Gurpatwant Singh Pannu: खालिस्तानी आतंकियों को लेकर भारत और कनाडा के तनाव पहले से जारी है। खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद भारत-कनाडा के बीच संबंध काफी बिगड़ गए हैं, वहीं अब ऐसी खबरें आ रही हैं, जो भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका के संबंधों को प्रभावित कर सकती हैं। फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, वाशिंगटन ने अमेरिकी धरती पर सिख अलगाववादी गुरपतवंत सिंह पन्नू (Gurpatwant Singh Pannu) की हत्या की साजिश पर प्रतिक्रिया दी है। वाशिंगटन ने गुरपतवंत सिंह पन्नू (Gurpatwant Singh Pannu) की हत्या के प्रयास और इस साजिश में भारत के शामिल होने की चिंताओं पर नई दिल्ली को राजनयिक चेतावनी जारी की है।

बता दें गुरपतवंत सिंह पन्नू (Gurpatwant Singh Pannu) ने बुधवार को रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए, भारत पर अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद का आरोप लगाया है। द गार्जियन के अनुसार पन्नू ने कहा है कि भारतीय एजेंटों की ओर से अमेरिकी धरती पर मेरे जीवन पर असफल प्रयास अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद है, जो अमेरिकी संप्रभुता, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और लोकतंत्र के लिए खतरा है। इसलिए मैं अमेरिकी सरकार को इस खतरे का जवाब देने की उम्मीद करूंगा।

एफबीआई (FBI) कर रही मामले की जांच

गुरपतवंत सिंह पन्नू (Gurpatwant Singh Pannu) की हत्या की साजिश की बात सामने आने के बाद मामला बढ़ गया है। हालांकि अमेरिका ने सिख अलगाववादी नेता गुरपतवंत सिंह पन्नू को अपनी धरती पर मारने की साजिश को नाकाम कर दिया है। एक अधिकारी के मुताबिक अमेरिकी अधिकारियों ने इस संबंध में नयी दिल्ली के समक्ष राजनयिक चिंता जताते हुए कहा है कि संभवत: भारत सरकार को इस साजिश की जानकारी हो सकती है। अधिकारी ने आगे कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया, क्योंकि इस संवेदनशील मुद्दे पर वह कुछ भी बोलने के लिए अधिकृत नहीं हैं। उन्होंने बताया कि गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश का अधिकारियों को कब और कैसे पता चला और कैसे इसको नाकाम किया गया, इन तमाम सवालों की गुत्थी को सुलझाने के लिए अमेरिका की संघीय जांच एजेंसी (FBI) जांच कर रही है।

भारत ने जाहिर की चिंता

अमेरिका से मिलने वाली सूचनाओं को गंभीरता से लेते हुए भारत ने भी प्रतिक्रिया दी है। भारत ने कहा है कि सुरक्षा से संबंधित ऐसी सूचनाओं को वह गंभीरता से ले रहा है, क्योंकि यह हमारी अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा चिंताओं को भी प्रभावित करती है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ब्रिटेन की मीडिया रिपोर्ट पर सवालों के जवाब देते हुए कहा, ‘‘भारत-अमेरिका सुरक्षा सहयोग पर हालिया चर्चा के दौरान अमेरिकी पक्ष ने संगठित अपराधियों, बंदूकों का कारोबार करने वालों, आतंकवादियों और अन्य लोगों के बीच साठगांठ से संबंधित कुछ जानकारी शेयर की हैं।

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उन्होंने कहा कि सुरक्षा संबंधी यह सूचना दोनों देशों के लिए चिंता का विषय हैं और उन्होंने आवश्यक कार्रवाई करने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा, ‘‘भारत अपनी तरफ से ऐसी जानकारियों को गंभीरता से लेता है, क्योंकि यह हमारे अपने राष्ट्रीय सुरक्षा हितों को प्रभावित करता है। गौरतलब है कि गुरपतवंत सिंह पन्नू को नई दिल्ली ने 1 जुलाई, 2020 से “व्यक्तिगत आतंकवादी” के रूप में नामित किया है। गुरपतवंत सिंह पन्नू आतंकी संगठन सिख फॉर जस्टिस की वकालत करता है। आतंकी संगठन सिख फॉर जस्टिस को भारत में 10 जुलाई, 2019 से प्रतिबंधित कर दिया गया है।

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