नवाबगंज: नवाबगंज से सटे गांव रिछोला किफायतुल्ला में चल रहे स्वीमिंग पूल में डूबकर एक छात्र की मौत हो गई। स्वीमिंग पूल में डूबे छात्र को निकालकर जब तक अस्पताल पहुंचाया गया, तब तक देर हो चुकी थी। हॉस्पिटल पहुंचने पर चिकित्सकों ने छात्र को मृत घोषित कर दिया। सूचना पर स्वीमिंग पूल पहुंचे छात्र के परिजनों ने संचालक पर हत्या करने का आरोप लगाया। पुलिस ने शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। अन्य स्वीमिंग पूल संचालक मामले में समझौते कराने में लगे थे।

नवाबगंज के बिजौरिया रोड स्थिति हनुमान मंदिर के पास रहने बाले राजेश कुमार का 10 वर्षीय पुत्र आदित्य अपने एक सहपाठी के साथ रविवार को दोपहर करीब तीन बजे के बाद रिछोला माइनर पर बने कैलाश मानसरोवर स्वीमिंग पूल पर नहाने गया था। नहाने के दौरान ही अदित्य स्वीमिंग पूल के पानी में डूब गया। छात्र के डूबने के बारे मे जब पूल संचालक को हुई तो उसे लेकर एक हॉस्पिटल में पहुंचे जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।

परिजनों ने लगाया हत्या का आरोप

सूचना पर स्वीमिंग पूल पहुंचे मृतक छात्र आदित्य के परिजनों ने स्विमिंग पूल के संचालक पर उनके बेटे को मारने का आरोप लगाते हुए कहा कि जब उसकी लंबाई से अधिक पानी स्वीमिंग पूल में था तो फिर उसे इंट्री क्यों दी गई। स्वीमिंग पूल मे भरा पानी उनके बच्चे की लंबाई से अधिक है।

अवैध स्वीमिंग पूलों में सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं

क्षेत्र में चले रहे दर्जन भर से अधिक अवैध स्वीमिंग पूलों में यहां नहाने आने बालों की सुरक्षा को लेकर कोई भी इंतजाम नहीं किए गए है। इन स्विमिंग पूलों में कोई प्रशिक्षित केयर टेकर नही है। संचालक को सिर्फ टिकिट के पैसे लेने भर से मतलब रहता है नहाने के दौरान किसी तरह का ध्यान पूल संचालक नही रखते हैं।

हाफिजगंज के साथ आंवला में हो चुका था हादसा

करीब तीन माह पूर्व हाफिजगंज के एक स्वीमिंग पूल में एक बच्ची का शव उतराता हुआ मिला था। इस मामले में कुछ लोगों के समझौता करवाने के बाद प्रशासनिक अधिकारियों ने भी चुप्पी साध ली थी। ऐसा ही एक मामला आंवला थाना क्षेत्र में आया था, जहां एक दस वर्षीय छात्र की स्विमिंग पूल में नहाते समय मौत हो गई थी। तब भी मृतक छात्र के परिजन ने हंगामा काटा था।

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एसडीएम ने दिए थे जांच के आदेश

तीन माह पूर्व हुए हादसे के दौरान एसडीएम राजीव कुमार शुक्ल ने क्षेत्र के सभी थाना प्रभारियों को स्वीमिंग पूलों के संचालकों से परमीशन की जानकारी करने के साथ ही निर्धारित मानकों की जांच करने के निर्देश दिए थे। एसडीएम शुक्ल के इस आदेश पर किसी भी थाना प्रभारी ने ध्यान नहीं दिया। रविवार को हुई घटना के बाद एसडीएम शुक्ल ने सभी स्वीमिंग पूलों की जांच कराने की बात कही है।

कब तक डीएम तोड़ते रहेंगे मासूम

जिले में पिछले कुछ महीने में अवैध स्विमिंग पूल में नहाते समय दो बच्चों की मौत हो चुकी है। इसके वाबजूद जिले में लगातार अवैध स्विमिंग पूल संचालित हो रहे है। सवाल यह उठ रहा है कि अगर बार बार इस तरह के आदेश हो रहे है तो प्रशासन क्यों नहीं इस मामले में दखल कर रहा है।

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