Bappi Lahiri: मशहूर संगीतकार बप्पी लाहिड़ी (Bappi Lahiri) अब इस दुनिया में नहीं रहे, रह गई तो बस उनकी यादें। मुंबई के एक अस्पताल में संगीतकार बप्पी लाहिड़ी (Bappi Lahiri) का निधन हो गया है। 69 वर्षीय बप्पी लाहिड़ी (Bappi Lahiri) को तबीयत खराब होने पर जुहू के एक असपताल में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान उनका निधन हो गया। लता दीदी के बाद बप्पी लाहिड़ी (Bappi Lahiri) लहरी का यूं जाना सिनेमा जगत के साथ सभी को अखर रहा है। बप्पी लाहिड़ी (Bappi Lahiri) वह शख्सियत बन गए थे, जिनकी अमिट छाप हमेशा बनी रहेगी। बप्पी लाहिड़ी (Bappi Lahiri) की जिंदगी से जुड़े कई ऐसे मामले हैं, जो रह रह कर उनकी याद दिलाती रहेगी।

27 नवंबर, 1952 में पश्चिम बंगाल में जन्में बप्पी लाहिड़ी (Bappi Lahiri) का असली नाम अलोकेश लाहिड़ी (Alokesh Lahiri) था। बप्पी लाहिड़ी (Bappi Lahiri) को बप्पी दो (Bappi Da) और डिस्को किंग ऑफ इंडिया (Disco King Of India) के नाम से भी जाना जाता था। उनका जन्म बंगाली परिवार में हुआ था। उनके पिता का नाम अपरेश लाहिड़ी और माता का नाम बन्सारी लाहिड़ी था। 24 जनवरी, 1977 में बप्पी लाहिड़ी (Bappi Lahiri) की शादी चित्राणी लाहिड़ी से हुई थी। उनके दो बच्चे बेटी रीमा लाहिरी और बेटा बप्पा लाहिरी हैं।

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बचपना से था संगीत का शौक

बप्पी लाहिड़ी (Bappi Lahiri) को संगीत का शौक बचपन से ही था। वह बचपन में ही तबला, पियानो, ड्रम, गिटार व अन्य म्यूजिकल इंस्ट्रमेंट बजाना सीख गए थे। बप्पी लाहिड़ी (Bappi Lahiri) को सोना काफी पसंद था। वह सोने की मोटी मोटी चैन पहनते थे। इसके अलावा उन्हें चश्मे का भी शौक था। वह अधिकतर समय काला चश्मे में रहते थे। फिल्म इंडस्ट्री में उन्होंने बंगाली फिल्म दादू (Daadu) से डेब्यू किया था। बॉलीवुड में उन्होंने फिल्म ‘नन्हा शिकारी’ से कदम रखा था। 80 के दशक में बप्पी लाहिड़ी के गाने काफी लोकप्रिय हुआ करते थे। बप्पी लाहिड़ी के फिल्मी कॅरियर में वर्ष 1975 में नया मोड़ आ गया था। फिल्म ‘जख्मी’ से उन्हें अच्छी प्रसिद्धी मिली थी। बप्पी लाहिड़ी ने इस फिल्म के लिए म्यूजिक कंपोज किया था और प्लेबैक सिंगर का रोल भी निभाया था।

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