प्रकाश सिंह

ग्रेटर नोएडा: पुलिस के लिए वसूली का सबसे मुफीद माध्यम है वाहन चेकिंग। वाहन चेकिंग के नाम पर कही भी, किसी भी गाड़ी को रोक लिया जाता है, क्योंकि पुलिस को भी यह बात पता है कि लाख समझा लिया जाए, लेकिन भारतीय गाड़ी का कागज अधूरा रखने में अपनी शान समझते हैं। हालांकि इसके लिए उन्हें बड़ी कीमत चुकानी पड़ती है, और फंसने पर कागज बनवाने के खर्च ये ज्यादा पुलिस को रकम चुकानी पड़ जाती है। वहीं ग्रेटर नोएडा में वाहन चेकिंग के दौरान खौफनाक मामला सामने आया है। सूरजपुर के दुर्गा गोल चक्कर पर वाहन चेकिंग के दौरान कार सवार ने गाड़ी रोक रहे ट्रैफिक सिपाही का ही अपहरण कर लिया।

ट्रैफिक सिपाही का अपहरण होते पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया और नाकाबंदी कर आरोपी चालक को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपी को जेल भेज दिया है। डीसीपी सेंट्रल नोएडा हरिश्चंद्र ने जानकारी देते हुए बताया कि सूरजपुर कोतवाली पुलिस दुर्ग गोल चक्कर पर वाहनों की चेकिंग कर रही थी। इस दौरान सिपाही विरेंद्र ने एक कार को रोका। उन्होंने कागज की जब जांच पड़ताल की तो पता चला कि गाड़ी का नंबर फर्जी है। इस पर सिपाही गाड़ी में बैठ गया और थाने चलने के लिए कहा।

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कार चालक ने गाड़ी को थाने ले जाने की जगह अजायब चौकी क्षेत्र के जगंल में सिपाही को ढकेल कर फरार हो गया। इसकी सूचना सिपाही ने कंट्रोल रूम को दी। सिपाही के अपहरण की सूचना मिलते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। आनन फानन में पुलिस ने घेराबंदी शुरू कर दी। इस दौरान कार चालक पुलिस के हत्थे लग गया। आरोपी चालक सचिन रावल घोड़ी गांव का निवासी है। पुलिस ने उसके खिलाफ सूरजपुर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कर जेल के लिए रवाना कर दिया है। वहीं पुलिस का कहना है कि कार भी चोरी की है, जिस सचिन ने हरियाणा के शोरूम से ट्रायल की बात कह कर भाग निकला था।

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