युद्ध, संकट और शांति

सृष्टि की तीन अवस्थाएं। युद्ध, संकट और शांति। संतुलन का दायित्व हमारा और आपका है। इन तीनों की उपस्थिति रहेगी ही। संस्कृति और सभ्यता के साथ इनकी समता और विषमता…

Kavita: चीजों को सुलझाना

चीजों को सुलझाना जिंदगी भर चलता रहेगा, आरंभ में दूध की बोतल खोजोगे खिलौनों की भीड़ में, फिर पंतग की उलझी हुई डोर सुलझाओगे जवानी में सुलझाते रहोगे रोजी रोटी…

Pauranik Katha: माखन चोर लड्डू गोपाल की लीला

Pauranik Katha: किसी गांव में मक्खन बेचने वाला एक व्यापारी मक्खन लाल रहता था। वह स्वभाव से बहुत कंजूस था, लेकिन जो भी काम करता था बड़ी मेहनत और ईमानदारी…

Kavita: रग रग में पीड़ा बहती है

रग रग में पीड़ा बहती है, जो चिर जीवन तक रहती है। जगजीव, मनुष्य की देह सदा, क्षण क्षण पल प्रतिपल ढहती है।। कर्मों का फल तो मिला नहीं, इस…

सामाजिक समरसता से बनेगा सशक्त भारत

समता, ममता और समरसता हमारे भारतीय लोकजीवन का अभिन्न अंग है। हम जिस देश में रहते हैं उसके ऋषि कहते हैं- ‘सर्वभूतहिते रताः।’ प्रकृति से साथ हमारा संवाद बहुत पुराना…

Kahani: राजा का उत्तराधिकारी

Kahani: एक बार की बात है। नयासर राज्य में नंदाराम नाम का एक राजा हुआ करता था। वह बहुत ईमानदार और साहसी था। उसे अपनी प्रजा से बहुत प्यार था।…

डॉ. शिप्रा धर को मिला सर्वोत्तम नागरिक पुरस्कार

Mumbai: काशी की बेटी, भारत विकास परिषद की नेशनल वाईस चेयरपर्शन, राष्ट्रीय महिला आयोग की सलाहकार समिति की सदस्य, एनेमिया मुक्त भारत की राष्ट्रीय संयोजक, काशी मेडिकेयर की निदेशक डॉ…

Unnao: नरेन्द्र भदौरिया की पुस्तक अज्ञेय का विमोचन

Unnao: उन्नाव एसवीएम इण्टर कॉलेज सन्त पूरनदास नगर, के आस्था सभागार में लेखक एवं पत्रकार नरेन्द्र भदौरिया द्वारा लिखित 15वीं पुस्तक ‘अज्ञेय’ का विमोचन करते हुये मुख्य अतिथि श्री राम…

Pauranik Katha: राम भक्त जामवंत जी के रहस्य

Pauranik Katha: जामवन्त को ऋक्षपति कहा जाता है। यह ऋक्ष बिगड़कर रीछ हो गया जिसका अर्थ होता है भालू अर्थात भालू के राजा। लेकिन क्या वे सचमुच भालू मानव थे?…

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