गौरव तिवारी

प्रतापगढ़: चुनाव के समय राजनीतिक पार्टियों की तरफ से प्रत्याशियों के टिकट काटना कोई नई बात नहीं है। खबर प्रतापगढ़ से जहां विश्वनाथगंज विधानसभा से कल सपा से प्रत्याशी संजय पांडेय को बनाया गया था। लेकिन जब प्रत्याशी संजय पांडेय नामांकन करने के लिए अपने कैम्प कार्यालय पर कार्यकर्ताओं के साथ इकट्ठा हुए तब उन्हें लखनऊ सपा कार्यालय से फोन आया कि उनका टिकट काट दिया गया है और सौरभ सिंह ही सपा से प्रत्याशी रहेंगे। जब इसकी जानकारी संजय पांडेय के समर्थकों और सपा कार्यकर्ताओं को हुई तो उन्होंने बवाल मचाना शुरू कर दिया। समाजवादी पार्टी मुर्दाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिए और सपा के झंडों को आग लगाकर फूंक दिया। अखिलेश यादव की तस्वीरों को जमीन पर फेंक दिया और कई घंटों तक बवाल चलता रहा।

समाजवादी पार्टी के मुर्दाबाद के नारे लगते गए अखिलेश यादव मुर्दाबाद के नारे लगते गए। समर्थकों में जमकर आक्रोश देखने को मिला। कोरोना गाइडलाइन और चुनाव आचार संहिता की जमकर धज्जियां उड़ाई गई। जब इसकी जानकारी पुलिस व प्रशासन को हुआ तो उसके हाथ पांव फूल गए और मौके पर तुरंत डीएम, एसपी और सीओ सिटी अभय पांडे भारी पुलिस बल के साथ पहुंच गए। पुलिस प्रशासन शांति व्यवस्था बनाए के लिए पूरी तरह से मुस्तैद रही। वहीं प्रत्याशी संजय पांडेय ने कार्यकर्ताओं से शांति व्यवस्था बनाए करने की अपील भी की।

SP flag burnt

निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में किया नामांकन

प्रत्याशी संजय पांडेय का टिकट कटने के बाद वह कार्यकर्ताओं के साथ अफीम कोठी पहुंचे और उन्होंने निर्दलीय नामांकन दाखिल किया। नामांकन दाखिल करने के बाद वह मीडिया से रूबरू हुए और उन्होंने बताया कि कल उन्हें सपा से विश्वनाथगंज विधानसभा से प्रत्याशी बनाया गया था। लेकिन नामांकन करने से पहले उन्हें सपा कार्यालय से फोन आया और कि आपका टिकट काट दिया गया है और सौरभ सिंह की प्रत्याशी रहेंगे। संजय पांडे ने कहा कि कभी-कभी ऐसी परिस्थिति आ जाती है कि हाईकमान को अपने निर्णय बार-बार बदलने पड़ते हैं। उन्होंने कहा कि वह समाजवादी पार्टी के सक्रिय सदस्य हैं।

इसे भी पढ़ें: बीजेपी का मुफ्त सिलेंडर तो सपा ने खेला फ्री पेट्रोल-सीएनजी का दांव

उन्होंने पार्टी नहीं छोड़ी है वह इस मामले को लेकर सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव से बात करेंगे। उन्होंने कहा कि राजनीति में जनता ही सब कुछ होती है। उन्होंने जनता पर ही सब कुछ छोड़ दिया है और उन्हीं के कहने पर वह चुनाव लड़ रहे हैं। जनता की राय उनके लिए सबसे आगे है। विश्वनाथगंज की जनता उनकी परिवार की तरह है और वह अपने परिवार से अलग नहीं है जो जनता का आदेश होगा, वहीं करेंगे।

इसे भी पढ़ें: आराधना मिश्रा और सदर प्रत्याशी डॉ. नीरज त्रिपाठी ने किया नामांकन

Spread the news