नई दिल्ली: पैगंबर पर नूपुर शर्मा की तरफ से की गई टिप्पणी के विरोध में मुस्लिमों का गुस्सा अभी ठंडा नहीं हुआ है, जबकि इसके लिए नूपुर शर्मा ने बहुत पहले की माफी भी मांग चुकी हैं। आलम यह है कि ये कट्टरपंथी नूपुर शर्मा का सपोर्ट करने वालों की भी हत्या कर दे रहे हैं। जबकि नूपुर शर्मा ने वहीं बात कही थी जो इनके धर्म के लोग सार्वजनिक मंच से करते आए हैं, फर्क सिर्फ इतना है कि उनके कहने का तरीका गलत था। मुस्लिमों के जिन धर्म गुरुओं की जिम्मेदारी बनती है कि वे अपने समाज के लोग को समझाएं व शांत कराए, वही लोग भड़काने में लगे हैं। अजमेर दरगाह का खादिम सलमान चिश्ती ने नूपुर शर्मा को जान से मारने वाले को इनाम देने की घो​षणा की थी, जिसे पुलिस ने देर रात दरगाह के खादिम मोहल्ले में स्थित उसके घर से गिरफ्तार कर लिया है।

नूपुर शर्मा की हत्या के एलान के बाद पुलिस ने जब इस मामले का संज्ञान लिया तो खादिम फरार हो गया। वह दो दिनों से फरार चल रहा था। वहीं नूपुर शर्मा की हत्या कराने का वीडियो वायरल होने पर पूरे देश में इसकी चर्चा शुरू हो गई थी और पुलिस पर दबाव काफी बढ़ गया था। वीडियो सामने आने के बाद पुलिस ने सलमान चिश्ती के खिलाफ केस दर्ज कर लिया था। पुलिस को देर रात सूचना मिली कि सलमान चिश्ती अपने घर में मौजूद है, जिसके बाद पुलिस ने दबिश देकर उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस सलमान चिश्ती से दरगाह थाने में पूछताछ कर रही है, इसके बाद उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा।

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गौरतलब है कि खादिम सलमान चिश्ती ने दरगाह में अपने हुजरे में बैठकर यह वीडियो बनाया था, जिसमें उसने नूपुर शर्मा को गला काट कर हत्या करने की धमकी दी थी। इसके अलावा उसका सिर कलम करने वाले को इनाम में मकान देने की भी बात वीडियो में कही थी। सलमान चिश्ती का वीडियो वायरल होने के बाद खादिमो की संस्था सैयद अंजुमन जादगान के पदाधिकारियों ने इस मामले से किनारा कर लिया। उन्होंने नया वीडियो जारी करते हुए कहा कि सलमान चिश्ती ने व्यक्तिगत रूप से अपना वीडियो जारी किया है, जिसका अंजुमन सैयद जादगान संस्था का कोई लेना देना नहीं है।

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