Moradabad: मुस्लिम समाज से महिलाओं के शोषण की अक्सर खबरें आती रहती हैं। मजहब की आड़ में उनकी स्वतंत्रता को छीन लिया गया है। हालांकि इनका मजहब केवल मध्यम वर्गीय परिवारों पर ज्यादा हावी होता है। क्योंकि साधन संपन्न परिवारों की महिलाएं जहां अर्ध नग्न कपड़ों में जहां माडलिंग कर रही हैं, मध्यम वर्गीय घरों की महिलाओं का बिना हिजाब घर से निकलना मुश्किल है। वहीं उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद से एक महिला का तस्वीर वायरल हो रहा है, जिसमें एक बुर्का नशीन महिला ई रिक्शा चलाकर परिवार चला रही है। महिला की तस्वीर पर कई तरह के प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं और परिवार को चलाने के लिए महिला की मेहनत की तारीफ भी कर रहे हैं। कई लोग इसे स्वरोजगार का उदाहरण देकर महिला की सराहना कर रहे हैं।

जानकारी के मुताबिक बुर्के में ई रिक्शा चलाने वाली यह महिला मुरादाबाद के सिविल लाइन क्षेत्र की रहने वाली है। ई रिक्शा चलाने के बारे में महिला ने बताया कि उसके पति की मृत्यु हो चुकी है। घर में दो बच्चे हैं, जिसमें एक बेटा और एक बेटी है। उनका बेटा भी वेल्डिंग का काम कर कुछ न कुछ कमा ले रहा है, लेकिन महंगाई के चलते घर का खर्च चलाना मुश्किल हो जाता है। इसलिए परिवार का पेट पालने के लिए उसने भी ई-रिक्शा चलाने का फैसला लिया।

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अपनी कमाई से उमराह करना चाहती है नजमा

ई रिक्शा चलाने वाली इस महिला का नाम नजमा है। उसने बताया कि वह रोजाना करीब चार सौ रुपये तक कमा लेती है। नजमा का कहना है कि मेहनत करने में कोई बुराई नहीं है। उसकी ख्वाहिश है कि वह किसी तरह 85 हजार रुपये जमा हो जाए। इसके बाद वह अपनी कमाई से उमराह करने सऊदी अरब के मक्का मदीना की यात्रा निकलेगी। नजमा ने कहा कि मेरे जीवन का यही मकसद है। नजमा का कहना है कि ई रिक्शा चलाते उसकी तस्वीर वायरल होने पर बीजेपी नेता फुरकान उसके घर आए थे, उन्होंने एक महीने का बिजली का बिल और एक महीने का राशन दिया।

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