रविंद्र प्रसाद मिश्र

Mainpuri By-Election: उत्तर प्रदेश में मैनपुरी, खतौली और रामपुर सीट पर हो रहे उप चुनाव (Mainpuri By-Election) के लिए बीजेपी ने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। इन तीनों सीटों में मैनपुरी लोकसभा सीट (Mainpuri By-Election) काफी हॉट सीट बन गई है। यहां लंबे समय से समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) का कब्जा रहा है। करीब 17 वर्षों से यहां सपा काबिज है। वर्ष 2014 की मोदी लहर में जहां सारे जातीय समीकरण ध्वस्त हो गए थे, वहीं मैनपुरी सीट (Mainpuri By-Election) पर बीजेपी हवा हो गई थी। 2019 के चुनाव में मैनपुरी सीट से सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव इस सीट से चुनाव लड़ा, बीजेपी ने उनके खिलाफ प्रत्याशी तो उतारा, लेकिन यह उनका आखिरी चुनाव माना जा रहा था, इसलिए बीजेपी के किसी बड़े नेता ने यहां प्रचार नहीं किया।

मुलायम सिंह यादव भारी मतों से चुनाव जीत गए। मगर अब उनके निधन के बाद हालात काफी बदल गए हैं। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव (Shivpal Yadav) के साथ जहां गढ़ बचाने की चुनौती है, वहीं पत्नी डिंपल यादव (Dimple Yadav) को मैदान में उतारने से उनकी प्रतिष्ठा भी दांव पर लग गई है। वहां पत्नी का प्रचार करने के साथ ही मुलायम सिंह यादव के नाम पर लोगों की सहानुभूति हासिल करने का पूरा प्रयास कर रहे हैं।

गौरतलब है कि मैनपुरी लोकसभा सीट (Mainpuri By-Election) पर यादव और शाक्य वोटरों का दबदबा है। सपा (Samajwadi Party) का शाक्य समाज में भी अच्छी पैठ है। वहीं बीजेपी ने मैनपुरी लोकसभा सीट पर उपचुनाव (Mainpuri By-Election) में सपा प्रत्याशी डिंपल यादव (Dimple Yadav) के सामने सपा से सांसद रह चुके और शिवपाल सिंह यादव (Shivpal Yadav) के करीबी माने जाने वाले रघुराज सिंह शाक्य (Raghuraj Singh Shakya) को मैदान में उतारा है। रघुराज सिंह शाक्य (Raghuraj Singh Shakya) का पिछड़े वर्ग में अच्छी पैठ है और वह दो बार सांसद और एक बार विधायक रह चुके हैं। ऐसे में मैनपुरी में मुकाबला काफी दिलचस्प हो गया है। यह देखना मजेदार होगा कि डिंपल यादव (Dimple Yadav) मुलायम सिंह की विरासत बचा ले जाएंगी या फिर बीजेपी सपा (Samajwadi Party) के गढ़ में सेंधमारी करने में सफल हो जाएगी।

रघुराज सिंह शाक्य (Raghuraj Singh Shakya) को कभी सपा में थे और वह शिवपाल यादव के काफी करीबी करीबी माने जाते हैं। फिलहाल रघुराज सिंह शाक्य (Raghuraj Singh Shakya) के सामने आते ही सपा को शिवपाल यादव की याद आ गई और उन्हें पार्टी की तरफ से स्टार प्रचारक बना दिया गया। अब शिवपाल यादव के सामने परिवार और करीबी दोनों की बचाने की चुनौती आ गई है। 14 नवंबर को डिंपल यादव (Dimple Yadav) के नामांकन के समय सपा के वरिष्ठ राम गोपाल यादव का बयान आया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि शिवपाल यादव की सहमति पर डिंपल यादव (Dimple Yadav) को प्रत्याशी बनाया गया है। हालांकि उनके नामांकन में शिवपाल यादव और उनके बेटे आदित्य यादव दोनों नजर नहीं आए थे। इन सब घटना क्रम के बीच शिवपाल यादव की कोई प्रतिक्रिया भी नहीं सामने आई है।

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कौन हैं रघुराज सिंह शाक्य (Raghuraj Singh Shakya)

बता दें कि इटावा निवासी रघुराज सिंह शाक्य (Raghuraj Singh Shakya) सपा में रहते हुए वर्ष 1999 और 2004 में इटावा से सांसद रह चुके हैं। वर्ष 2012 के विधानसभा चुनाव में भी सपा की टिकट पर इटावा सदर सीट से विधायक चुने गए। मैनपुरी में बीजेपी की तरफ से प्रत्याशी घोषित करने से पहले ही रघुराज सिंह शाक्य के नाम पर चर्चा शुरू हो गई थी। क्योंकि सपा के गढ़ में रघुराज सिंह शाक्य को मजबूत प्रत्याशी के तौर पर देखा जा रहा था। क्योंकि यहां यादव के बाद जहां शाक्य वोटर अधिक हैं, वहीं रघुराज सिंह शाक्य की पिछड़ों में अच्छी पैठ है। ऐसे में रघुराज सिंह शाक्य के इस सीट से आने से मुकाबला काफी रोचक हो गया है।

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