Land For Job Scam Case: नौकरी के बदले जमीन लेने के मामले में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) प्रमुख लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) और उनके कुनबे की मुश्किलें एकबार फिर से बढ़ती नजर आ रही है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने नौकरी के बदले जमीन लेने से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ के लिए लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) और बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) को बुधवार (20 दिसंबर) को समन भेजा है। जानकारी के मुताबिक ईडी ने लालू यादव (Lalu Prasad Yadav) और तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) को मामले में पूछताछ के लिए शुक्रवार को बुलाया है।

गौरतलब है कि ईडी ने जमीन के बदले नौकरी देने के मामले में 10 मार्च को लालू प्रसाद यादव से जुड़े ठिकानों पर छापेमारी की थी। छापेमारी में उसे 1 करोड़ रुपये नकद, 1900 अमेरिकी डॉलर, करीब 540 ग्राम गोल्ड, सोने के 1.5 किलोग्राम जेवरात (इसकी कीमत करीब 1 करोड़ 25 लाख रुपये) और कुछ आपत्तिजनक दस्तावेज मिले थे। ईडी का कहना था कि मामले की तहकीकात में पता चला कि करीब 600 करोड़ रुपये में से 350 करोड़ की अचल संपति खरीदी गई और 250 करोड़ रुपये बेनामी प्रोपर्टी के जरिए रूट्स किये गए। इतना ही नहीं यह भी पता चला है कि इसमें से अधिकतर जमीन पटना के पॉश इलाकों में गलत तरीके से तत्कालीन रेलवे मंत्री लालू यादव के जरिए भारतीय रेलवे में नौकरी देने के नाम पर हड़प ली गई। इस जमीन की कीमत वर्तमान समय में करीब 200 करोड़ रुपये है।

यह है मामला

जानकारी के मुताबिक वर्ष 2004-2009 के दौरान भारतीय रेलवे के विभिन्न ज़ोन में समूह डी में विभिन्न व्यक्तियों की नियुक्ति की गई थी और इसके बदले में उन्होंने अपनी जमीन तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद के परिवार के सदस्यों और एके इंफोसिस्टम प्राइवेट लिमिटेड के नाम कर दी थी।

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आरोप है कि लालू प्रसाद यादव की पत्नी और बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी समेत उनके परिवार ने अवैध तरीके से अधिग्रहीत ऐसे चार भूखंडों को मेरिडियन कंस्ट्रक्शन इंडिया लिमिटेड नामक कंपनी को 7.5 लाख रुपये की कीमत पर बेच दिया। जबकि भूखंडों का बाजार साढ़े तीन करोड़ रुपये था। वहीं इस कंपनी की मिल्कियत और नियंत्रण कथित तौर पर दोजाना के पास था।

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