Atiq Ahmad: सच ही कहा गया है कि नेता किसी के सगे नहीं होते। वोट की लालच में ये नेता कितना गिर सकते हैं, इसका अंदाजा किसी को न होगा। कल तक जिस अतीक अहमद (Atiq Ahmed) के रसूख के सामने नेता दुम हिलाते थे, आज वही नेता अतीक अहमद (Atiq Ahmed) को महान बताने में भी कोई गुरेज नहीं कर रहे हैं। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) जहां अतीक अहमद (Atiq Ahmed) के समर्थन में सरकार पर हमलावर बने हुए हैं, वहीं मायावती (Mayawati) के साथ अन्य दलों के नेता मुस्लिम वोट को साधने में जुट गए हैं। प्रयागराज (Prayagraj) में पुलिस कस्टडी में हुई अतीक अहमद (Atiq Ahmed) की हत्या को नेता अलग-अलग चश्में से देख रहे हैं। वहीं कांग्रेस के पार्षद प्रत्याशी राजकुमार (Rajkumar) उर्फ रज्जू भैया अन्य नेताओं से चार कदम आगे बढ़ते हुए अतीक अहमद को न सिर्फ शहीद बताया, बल्कि उन्हें भारत रत्न दिए जाने की मांग भी की। हालांकि वीडियो वायरल होने के बाद कांग्रेस ने राजकुमार को पार्टी से निकाल दिया है।

कांग्रेस नेता (Rajkumar) ने कहा कि अतीक अहमद ने शहादत पाई है, लिहाजा उनके शव पर तिरंगा रखा जाना चाहिए था। इतना ही नहीं योगी आदित्यनाथ सरकार (Yogi Adityanath government) पर अतीक अहमद की हत्या कराए जाने का आरोप लगाते हुए कहा कि सीएम योगी को इस वजह से अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए। कांग्रेस नेता ने कहा कि अगर मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) को पद्म विभूषण मिल सकता है, तो अतीक अहमद को भारत रत्न क्यों नहीं मिलना चाहिए।

गौरतलब है कि राजकुमार सिंह (Rajkumar) उर्फ रज्जू भैया कांग्रेस पार्टी के पुराने नेता हैं। वे नगर निगम के वार्ड नंबर 43 साउथ मलाका से कांग्रेस की तरफ से प्रत्याशी घोषित हैं। वह इससे पहले भी पार्षद का चुनाव लड़ चुके हैं। कांग्रेस उम्मीदवार राजकुमार सिंह का यह विवादित बयान सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। जानकारी के मुताबिक वायरल वीडियो के आधार पर पुलिस ने कांग्रेस उम्मीदवार को हिरासत में लिया है। पुलिस उन्हें कोतवाली थाने में रखकर पूछताछ कर रही है। खबर लिखे जाने तक कांग्रेस नेता की गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं हुई थी।

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बताते चलें कि माफिया अतीक अहमद की हत्या को लेकर जमकर बयानबाजी हो रही है। विपक्ष के कई नेता अतीक अहमद की हत्या को लेकर कानून व्यवस्था की आड़ में मुस्लिम वोट साधने की फिराक में हैं। सैकड़ों मुकदमे के बावजूद भी अतीक अहमद के मुद्दे पर कानून व संविधान की दुहाई दे रहे हैं। ज्ञात हो कि अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की बीते दिनों उस समय गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जब उसे अस्पताल से मेडिकल जांच के बाद ले जाया जा रहा था। इस दौरान मीडिया कर्मियों की भीड़ में शामिल तीन बदमाशों ने अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ पर ताबड़तोड़ फायरिंग झोंक कर मौत के घाट उतार दिया।

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