Poem: वर्षा जल खुद राह बनाए

वर्षा जल खुद राह बनाए, जाने को तालाब में। बाधा कोई आ न जाए, इस मिलन की राह में। इतनी चिंता हमको करनी, अबकी वर्षाकाल में। भर जाएं जब ताल…

संस्कार देती है साहित्यिक पत्रकारिता: गिरीश पंकज

इंदौर: देश की प्रतिष्ठित साहित्यिक पत्रिका ‘वीणा’ (इंदौर) के संपादक राकेश शर्मा को मीडिया विमर्श परिवार द्वारा रविवार को इंदौर प्रेस क्लब में आयोजित सम्मान समारोह में 15वें पं. बृजलाल…

नारी मन को छूने का प्रयास है ‘सिंदूरी पात तुलसी के’, सुप्रिया मिश्रा की रचनाओं का गुलदस्ता

नारी कोमल हृदय की तिल तिल कठोर वेदना। घर गृहस्थी को हर अमावस पूर्णमासी तौलना। कुछ जोड़ने कुछ पकड़ने चाह। सफल गृहस्थी के सुखी उपाय। अनूप ओझा ये पंक्तियां कवियत्री…

धरती का उत्पत्ति काल

धरती का उत्पत्ति काल, नव वर्ष तुम्हारा स्वागत है। चैत्र शुक्ल प्रतिपदा तुम्हारा, नवरात्रि प्रथम दिन स्वागत है।। विक्रम संवत दो हजार अस्सी, गौरव पराक्रम का स्वागत है। वसुधा है…

लोकमंगल ही है साहित्य का लक्ष्य: प्रो. द्विवेदी

जबलपुर: एक सच्चा साहित्यकार कभी अपने सामाजिक और राष्ट्रीय सरोकारों से निरपेक्ष नहीं रह सकता। ऐसे लेखकों की रचनाएं न सिर्फ समकालीन समाज के लिए दर्पण का काम करती हैं,…

राकेश शर्मा को पं. बृजलाल द्विवेदी स्मृति अखिल भारतीय साहित्यिक पत्रकारिता सम्मान

नई दिल्ली: देश की प्रतिष्ठित साहित्यिक पत्रिका ‘वीणा’ (इंदौर) के संपादक राकेश शर्मा को इस वर्ष के पं. बृजलाल द्विवेदी स्मृति अखिल भारतीय साहित्यिक पत्रकारिता सम्मान से अलंकृत किया जाएगा।…

Poem: इस होली के संग

होली आई प्रेम के। लिए अनेक रंग।। करना है क्या जानिए। इस होली के संग।। भेदभाव सब छोड़िए। मलिए रंग गुलाल।। सत्य सनातन के लिए। आया पुनः सुकाल।। ऊंच नीच…

Poetry: संघर्षों में भी जो प्रसन्न

स्वप्न संजोए आंखों में, संकल्प लिए आगे बढ़ता। संघर्षों में भी जो प्रसन्न, नित नई सीढ़ियां चढ़ता।। धैर्यवान प्रेरणा पुंज। जीवन अनुपम वरदान। कथा सदा ही याद रहे, संकल्प जिनका…

आईआईएमसी से निकले हैं इंडियन मीडिया के ग्लोबल लीडर्स: प्रो. द्विवेदी

नई दिल्ली: भारतीय जन संचार संस्थान (Indian Institute of Mass Communication) के विद्यार्थी सोमवार को मीडिया और जनसंचार के क्षेत्र में नेतृत्वकारी भूमिका में हैं। संस्थान से इंडियन मीडिया (Indian…