मूल परंपरा से संवाद जरूरी है

आधुनिकता प्रायः आकर्षण होती है। नई होती है और ताजी प्रतीत होती है। लेकिन वास्तविक आधुनिकता विचारणीय है। आधुनिकता नकली भी होती है। दरअसल आधुनिकता स्वयं में कोई निरपेक्ष आदर्श…

नालन्दा को बख्तियारपुर बनाने वाले

बिहार की राजधानी पटना से 44 किमी की दूरी पर स्थित है बख्तियारपुर नगर (Bakhtiyarpur)। यह नगर 1953 तक नालन्दा नगर (Nalanda) के नाम से प्रसिद्ध था। यहाँ का रेलवे…

‘संविधान हत्या दिवस’ बहुत उचित कदम

Samvidhan Hatya Diwas: एक चालाक चोर ने पकड़े जाने से बचने के लिए स्वयं ‘चोर-चोर’ चिल्लाना शुरू कर दिया था, ताकि चोर को पकड़ने के लिए लोगों का ध्यान उसकी…

प्रभात झा: लोकसंग्रह और संघर्ष से बनी शख्सियत

यह नवें दशक के बेहद चमकीले दिन थे। उदारीकरण और भूमंडलीकरण जिंदगी में प्रवेश कर रहे थे। दुनिया और राजनीति तेजी से बदल रहे थी। उन्हीं दिनों मैं छात्र आंदोलनों…

हुतात्माओं के अपमान का पाप

भारत को अंग्रेजों के चंगुल से मुक्त कराने के लिए सशस्त्र क्रान्ति की परम्परा 1947 तक निरन्तर चलती रही। भारत में ब्रिटिश राज की स्थापना के साथ ही सशस्त्र आन्दोलन…

Budget 2024: रोजगार पर फोकस

Budget 2024: रोजगार, कौशल विकास से जुड़ी 5 योजनाओं के लिए दो लाख करोड़ का प्रावधान क्रांतिकारी कदम है। 4.1 करोड़ युवाओं को इससे लाभ मिलेगा। बजट में शिक्षा,रोजगार और…

नरेंद्र मोदी से इतनी नफरत क्यों करता है पश्चिमी मीडिया?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के अपने दोनों कार्यकालों में पश्चिमी नेताओं के साथ अब तक के सबसे अच्छे संबंध रहे हैं। लेकिन पश्चिमी मीडिया के साथ ऐसा नहीं है,…

देश में मुस्लिम राजनीति का उबाल

भारत में 2024 के आम चुनाव के बाद परिस्थितियों ने बड़ी करवट ली है। कांग्रेस और कुछ क्षेत्रीय दलों के तेवरों से अधिक मुस्लिम राजनीति में बड़ा उबाल आया है।…

मॉरीशस और फीजी : विश्व हिंदी सम्मेलन के झरोखे से

Book Review: प्रलेक, मुंबई ने अभी-अभी एक पुस्तक प्रकाशित की है। उसका शीर्षक है ‘मॉरीशस और फीजी: विश्व हिंदी सम्मेलन के झरोखे से।’ इसके लेखक हैं कृपाशंकर चौबे जो हिंदी…

भारत की धरती का लंबा इतिहास होना चाहिए

प्रत्यक्ष पर्यावरण प्रकृति की संरचना है। भारत के प्राचीन काल में भी प्राकृतिक पर्यावरण की उपस्थिति मनमोहक थी। प्रकृति को देखते, उसके विषय में सोचते और सुनते मनुष्य ने भी…