प्रकाश सिंह

लखनऊ: भाजपा में रहकर पार्टी के खिलाफ बोलना पीलीभीत से सांसद वरुण गांधी को भारी पड़ गया है। वरुण गांधी और सुल्तानपुर से सांसद मेनका गांधी को भाजपा की राष्ट्रीय कार्य समिति से बाहर कर दिया गया है। बता दें कि गुरुवार को बीजेपी ने अपनी राष्ट्रीय कार्यकारिणी घोषित की है, जिसमें वरुण गांधी और मेनका गांधी को शामिल नहीं किया गया है। ज्ञात हो कि वरुण गांधी हाल ही में कृषि कानूनों का विरोध कर रहे आंदोलनकारी किसानों का खुलकर समर्थन किया था। लखीमपुर घटना में भी उन्होंने प्रदेश सरकार पर सवाल खड़े करके पार्टी की मुश्किलों को बढ़ाने का काम किया था।

राष्ट्रीय कार्य समिति में इस बार मेनका गांधी और वरुण गांधी को शामिल नहीं किया गया है। इसके साथ ही विनय कटियार को भी जगह नहीं दी गई है। जबकि ज्योतिरादित्य सिंधिया और बंगाल चुनाव से ठीक पहले बीजेपी में शामिल मिथुन चक्रवर्ती को भी बीजेपी कार्यकारिणी में जगह दी गई है। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने राष्ट्रीय कार्य समिति की नई टीम की घोषणा की है। इस राष्ट्रीय कार्यसमिति में प्रमुख रूप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, डॉ. मुरली मनोहर जोशी, केन्द्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, अमित शाह, नितिन गडकरी, राज्यसभा में सदन के नेता केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल शामिल हैं।

भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने राष्ट्रीय कार्यसमिति एवं राष्ट्रीय कार्यसमिति के लिए विशेष आमंत्रित और स्थायी आमंत्रित (पदेन) सदस्यों की नियुक्ति की। राष्ट्रीय कार्यसमिति में 50 विशेष आमंत्रित और 179 स्थायी आमंत्रित सदस्य होंगे। इनमें सीएम, डिप्टी सीएम, विभिन्न विधानसभा एवं विधान परिषद में विधायक दल के नेता, पूर्व उप-मुख्यमंत्री, राष्ट्रीय प्रवक्ता, राष्ट्रीय मोर्चा अध्यक्ष, प्रदेश प्रभारी/सह प्रभारी, प्रदेश अध्यक्ष शामिल हो गए हैं।

बीजेपी राष्ट्रीय कार्यसमिति में कुल 309 सदस्य घोषित किए गए हैं। इस बार सुल्तानपुर से सांसद मेनका गांधी और लखीमपुर हिंसा को लेकर लगातार आवाज उठा रहे पीलीभीत सांसद वरुण गांधी का नाम भी कार्यसमिति की लिस्ट से बाहर है। रविशंकर प्रसाद, प्रकाश जावड़ेकर, हर्षवर्धन का नाम शामिल है। बाहर से बीजेपी में आए कई नेताओं को कार्यसमिति में जगह मिली है। इनमें ज्योतिरादित्य सिंधिया और मिथुन चक्रवर्ती का नाम शामिल है। इस लिस्ट में पार्टी के सभी पदाधिकारी, मोर्चों के अध्यक्ष, सभी प्रवक्ता, सभी प्रदेशों के अध्यक्ष शामिल किए गए हैं।

13 सदस्यों को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया है। इनमें छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम रमन सिंह, राजस्थान की पू्र्व सीएम वसुंधरा राजे, झारखंड के पूर्व सीएम रघुवर दास का नाम शामिल है। वहीं, 7 सदस्यों को राष्ट्रीय महासचिव बनाया गया है, जिनमें कैलाश विजयवर्गीय का नाम भी शामिल है।

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