Agra News: यूपी के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा गुरुवार को आगरा के फतेहाबाद 765 केवी विद्युत सर्विस स्टेशन पहुंचे। जहाँ उन्होंने पश्चिमाचंल और दक्षिणांचल डिस्कॉम के एमडी सहित अन्य अधिकारियों के साथ विद्युत् व्यवस्था को लेकर बैठक की। इस दौरान उन्होंने कहा कि विद्युत उत्पादन के क्षेत्र में प्रदेश आगे बढ़ रहा। विभिन्न स्त्रोतों से हो रहे विद्युत उत्पादन पर बात करते हुए कहा कि उत्पादन के क्षेत्र में अभी हमारी स्थापित क्षमता साढे छह हजार मेगावाट है। ओबरा डी में आठ सौ मेगावाट के प्लांट स्थापित करने के लिए मंत्रीमण्डल से अनुमति मिल गई है और यह कार्य जल्द शुरू होगा।

उर्जा मंत्री ने बैठक में किसानों को दी जा रही बिजली में कटौती न करने के निर्देश दिए और कहा कि अगर किसी व्यवधान के कारण बिजली कटौती होती भी है, तो उसे पूरा करने के भी प्रयास किए जाएं। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र की विद्युत व्यवस्था सही चल रही है कि नहीं यह देखने के लिए यहां आया हूं। शर्मा ने कहा कि कल नोएडा के अधिकारियों के साथ बैठक की थी। आज बुन्देलखण्ड व आगरा की विद्युत आपूर्ति को लेकर यह बैठक की गई है।

मंत्री को अधिकारियों ने आवश्स्त किया कि कृषि के लिए दस घण्टे बिजली देने का प्रावधान है, उसमें कोई कटौती नहीं होगी। वहीं विद्युत लोड को मैनेज करने के लिए कटौती करते थे, वह नहीं की जाएगी, किसानों को सिंचाई के लिए पूरी बिजली निर्वाध मिलेगी। शर्मा ने बिजली स्टॉक पर बात करते हुए कहा कि पहले बिजली का पूरा स्टॉक नहीं मिलता था। लखनऊ से अनुमति लेनी होती थी, लेकिन अब सभी डिस्काम से पूरी मात्रा में सीधे बिजली मिले इसकी व्यवस्था की गयी है। स्थानीय कारणों से बिजली कटौती होती है, तो उसे पूरा किया जाएगा। पश्चिमाचल व दक्षिणाचंल दोनों डिस्कॉम के क्षेत्र बड़े है इसलिए हम यहां पर वैकल्पिक ऊर्जा के स्त्रोतों को भी बढ़ावा दे रहे हैं।

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उन्होंने कहा कि हम तापीय ऊर्जा भी बढ़ा रहे है। इसके लिए एनटीपीसी के साथ भी काम करने जा रहे है। सोलर एनर्जी पर भी काम कर रहे हैं, जिससे किसानों के नलकूपों को सोलर एनर्जी से चलाने का कार्य किया जाएगा। वहीं हर स्रोत से बिजली उत्पादन को बढाने का कार्य चल रहा है। शर्मा ने कहा कि कई बार ट्रांसफार्मर का लोड कम करने के लिए, उसको मैनेज करने के लिए एक घंटे, एक फील्डर को और एक घंटा दूसरे फीडर को चलाया जाता है। अब किसी भी फीडर को और लंबा चलाया जाएगा और इन फीडरों में जो ट्रांसफार्मर कमजोर है, उन्हें तत्काल रूप से बदला जाएगा, अपग्रेड भी किया जाएगा, जिससे किसानों को समस्या नहीं होगी।

शर्मा ने कहा कि आज कि बैठक में एक बहुत बड़ा निर्णय लिया गया है, जिसका दोनों डिस्कॉम के एमडी और अधिकारियों ने स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि पहले लखनऊ से बिजली का पूरा स्टॉक नहीं मिलता था। एक-एक घंटे के लिए बिजली ट्रांसमिशन के पास भेजी जाती थी, अब ऐसा किया जाएगा, सभी डिस्कॉम को बिजली का पूरा स्टॉक रिजर्व कर दिया जायेगा, जिससे यदि कहीं पर भी आवश्यकता होगी तो उसको तत्काल पूरा कर लिया जाएगा।

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