नई दिल्ली: 73वें गणतंत्र दिवस और आजादी के 75 वर्ष के उपलक्ष्य में अमृत महोत्सव के अवसर पर एबी फाउंडेशन, लायंस क्लब ऑफ कोलकाता मेगा सिटी और यूथ फॉर नेशन के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित नेशन फर्स्ट यानी राष्ट्र सर्वोपरि विषयक वेबिनार में एयर वाइस मार्शल ओम प्रकाश तिवारी ने देश में पिछले कुछ वर्षों के दौरान आंतरिक और वाह्य दोनों स्तर पर हुई उल्लेखनीय प्रगति पर प्रकाश डाला। साथ ही उन्होंने इस बात को सभी के साथ साझा किया कि सेना में फौजियों के उत्साह का एक ही संबल होता है देशभक्ति। इसी देशभक्ति की भावना को हमें स्कूली बच्चों में जगाना होगा, ताकि उनमें राष्ट्रभक्ति के प्रति कर्तव्य बोध का एहसास बचपन से ही जागृत हो।

उन्होंने स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम को देश के मेट्रो में ही सीमित न रख कर देश के पिछड़े क्षेत्रों में उसकी उपस्थिति तथा इंप्लीमेंटेशन की आवश्यकता पर बल दिया। जीएसटी के असिस्टेंट कमिश्नर श्याम सुंदर पाठक ने राष्ट्रधर्म की विस्तृत एवं बेहतरीन व्याख्या करते हुए कहा कि बच्चे अपने माता पिता से सीखते नहीं, बल्कि उनका अनुकरण करते हैं। इसलिए सभी की जिम्मेदारी है कि हम अपने बच्चों को राष्ट्र प्रेम के संस्कार देकर उनके लिए एक मिसाल और रोल मॉडल बने। जापान की मिसाल देते हुए उन्होंने बताया द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान नागासाकी-हिरोशिमा नगरों पर एटम बम से तबाह होने के बावजूद उसने जिस तरह से अपने देशवासियों के अनथक परिश्रम के बल पर खुद को खड़ा किया यह राष्ट्र धर्म का एक असाधारण उदाहरण है। पाठक ने देश के नागरिकों को आने वाले समय में भविष्य के लिए संसाधन बचाए रखने तथा उसे बढ़ाने पर भी जोर दिया। उन्होंने आमजन को खुद के लिए उपयोग किए जाने वाले संसाधन, देशभक्ति की भावना जगाने तथा राष्ट्रप्रेम के कर्तव्य बोध की भी याद दिलाई।

कार्यक्रम के प्रारंभ में वेबिनार के विषय की प्रस्तावना रखते हुए एवी फाउंडेशन के मार्गदर्शक वरिष्ठ पत्रकार पदम पति शर्मा ने आह्वान किया कि हम सभी को जाति और धर्म से ऊपर उठकर ‘राष्ट्रधर्म प्रथम’ के सूत्र वाक्य को आत्मसात करते हुए अपनी सांस्कृतिक विरासत को संजोए रखना होगा। यूथ फॉर नेशन के मार्गदर्शक लेफ्टिनेंट जनरल विष्णु चतुर्वेदी ने इंडियन नेशनल आर्मी के बलिदानों की चर्चा की साथ ही साथ सेना के विभिन्न क्षेत्रों में आत्मनिर्भरता लाने उद्देश्य से भिन्न सुरक्षा उपकरणों और आयुधों के देश में ही निर्माण प्रक्रिया की देश में हुई शुरुआत पर प्रकाश डाला। साथ ही आपने मणिपुर में नेताजी के नेतृत्व में आजाद हिंद फौज के तिरंगा फहराने की भी याद दिलाई। उन्होंने कहा कि ‘राष्ट्र है तभी हम हैं’ के मंत्र का अहसास हर एक देशवासी को होना चाहिए। तभी हमारा भारत एक सर्वश्रेष्ठ राष्ट्र तथा विश्वगुरु बन सकेगा।

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कार्यक्रम में मेगा सिटी इंस्टिट्यूट ऑफ एक्सीलेंस के मार्गदर्शक सुशील खेतान ने देश के प्रति हमारे कर्तव्य बोध का एहसास कराया। एबी फाउंडेशन के ट्रस्टी चार्टर्ड अकाउंटेंट तथा आर्थिक मामलों के विशेषज्ञ सीके मिश्रा ने अपनी संस्था की ओर से विभिन्न विषयों पर कोविड-19 की पहली और दूसरी लहर के दौरान आयोजित लगभग 70 वेबिनारों की विस्तृत जानकारी दी। कार्यक्रम के संचालन का दायित्व दिल्ली के इंडियन इंस्टीट्यूट आफ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन की प्रोफेसर डॉ. सुरभि पांडे ने अपनी सहज अभिव्यक्ति के अलावा सामयिक कविताओं की पंक्तियों के माध्यम से बखूबी निर्वहन किया।

कार्यक्रम के को मॉडरेटर की भूमिका में आईटी कानपुर के रवि पांडे ने भी अपनी जिम्मेदारी का सफलतापूर्वक निर्वहन किया। वेबीनार के अंत में अपने धन्यवाद ज्ञापन में कोलकाता के अधिवक्ता व समाज सेवी आनंद कुमार सिंह ने सभी वक्ताओं, श्रोताओं तथा अपनी टीम के साथियों का आभार व्यक्त करते हुए कार्यक्रम में जुड़े सभी का आह्वान किया कि वे अपने अपने इलाकों में क्षमतानुसार राष्ट्र धर्म सर्वोपरि के संदेश को जन जन तक पहुंचाएं। गणतंत्र दिवस और आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर ‘वंदे मातरम’ एवं ‘जय हिंद’ के उद्घोष के साथ इस वर्चुअल गोष्ठी को विराम दिया गया।

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