नई दिल्ली। बदलते दौर में शादी ब्याह मजाक बन गया है। जबकि यह एक रस्म है, जिसे निभाने की पति-पत्नी दोनों कसम खाते है। लेकिन समय के साथ-साथ यह रस्म भी बदल गई। ब्याह कराने वाले पंडितों का मजाक बनाते बनाते अब बात यहां तक आ गई है कि सात फेरों की गंभीरता भी खत्म हो गई। ऐसा ही एक वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया में तैयर रहा है, जिसे देखकर लोग तरह तरह के कमेंट कर रहे हैं। कुछ लोग इस वीडियो का समर्थन कर रहे हैं तो कुछ लोग भारतीय कल्चर की दुहाई भी दे रहे हैं।
https://twitter.com/birla_vedant/status/1366771588910092288
समर्थन करने वाले इसे आधुनिकता के चश्मे से देख रहे हैं। लेकिन सवाल यह है कि अगर आधुनिकता ही दिखानी है तो परंपरा का मजाक क्यों? सात फेरों का मजाक क्यों? शादी कराने के लिए पंडित पर खर्च क्यों? इन सबके लिए हमारी संस्कृति लोगों को बाध्य करती है। लेकिन जब सभ्यता और संस्कृति को मानना ही नहीं है तो दिखावा करने की क्या जरूरत। डांस पार्टी करके दुल्हा-दुल्हन एक दूसरे के हो जाएं।
https://twitter.com/birla_vedant/status/1366771588910092288
लेकिन अगर आपको परंपरा दिखानी ही है तो परंपराओं को मानना भी चाहिए। फिलहाल वायरल हो रहे इस वीडियो में साफ देखा जा रहा है कि सात फेरों के वक्त पति पत्नी वैदिक मंत्रों के साथ सात फेरे लेने की जगह डांस करते हुए फेरे ले रहे है। इस वीडियो को बिड़ला प्रिसिजन टेक्नालॉजी के चेयरमैन और एमडी वेदांत बिड़ला ने अपने सोशल साइट पर अपलोड किया है।
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वीडियो को शेयर करते हुए उन्होंने लिखा, ‘ये शादी है या संस्कारों की आहुति? यह मत भूलिए आप दुनिया में पूजनीय हैं तो केवल अपनी संस्कृति और संस्कारों की वजह से।’ वहीं कुछ लोग फिल्म निर्माता करण जौहर और एकता कपूर को इसके लिए जिम्मेदार ठहराते हुए लिखा है कि इन लोगों ने देश की सभ्यता और संस्कृति को बर्बाद किया है। लोगों के ऐसे कमंट को देखकर यह साफ होता है कि अभी भी देश में ऐसे लोग है, जिन्हें अपनी सभ्यता और संस्कृति पर नाज है।
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