प्रतापगढ़: सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के तमाम प्रयासों के बावजूद भी कुंडा से सपा प्रत्याशी गुलशन यादव को हार का सामना करना पड़ा। कुंडा विधानसभा से लगातार विधायक और जनसत्ता दल लोकतांत्रिक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया ने सातवीं बार जीत का अपना परचम लहराया। वहीं कभी राजा भैया के करीबी माने जाने वाले गुलशन यादव को करारी हार का मुंह देखना पड़ा। रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया 1993 से लगातार कुंडा विधानसभा सीट पर जीतते चले आ रहे हैं। आज तक किसी पार्टी को उन्हें हराना तो दूर प्रत्याशी खड़ा करने में भी संकोच करना पड़ा था।

इस बार के चुनाव में रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया के करीबी रहे गुलशन यादव ने समाजवादी पार्टी से टिकट लेकर कुंडा विधानसभा से चुनाव लड़ा, लेकिन राजा भैया के कद के आगे उन्हें पहली बार में ही हार का सामना करना पड़ा। वही भारतीय जनता पार्टी द्वारा अपना प्रत्याशी भी लड़ाया गया,भारतीय जनता पार्टी से प्रत्याशी के तौर पर सिंधुजा मिश्रा सेनानी ने राजा भैया के किले को तोड़ने का प्रयास किया, किन्तु वह भी नाकामयाब हुई। राजा भैया के जीत के बाद चर्चा रही कि कुंडा में कुंडी लगवाने वालो के मंसा पर पानी फिर गया। कुंडा में कुंडी लगने से पहले टूट गई और रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया फिर से विधायक बन गए।

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बता दें कि सपा प्रत्यशी गुलशन यादव के पक्ष में जनसभा को संबोधित करने आए अखिलेश यादव न राजा भैया का नाम लिए बगैर जनता से पार्टी के पक्ष में मतदान कर कुंडा में कुंडी लगाने की बात कही थी। अखिलेश यादव की यह बात राजा भैया को इस कदर अखर गई ​थी कि उन्होंने खुली चुनौती देते हुए कहा था कि कुंडा में कुंडी लगाने का किसी के माई के लाल में दम नहीं है।

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