भदोही: उत्तर प्रदेश के काशी और प्रयागराज बीच बसा छोटा से शहर भदोही जिला पूरी दुनिया में खूबसूरत कालीनों को लेकर विख्यात है। भदोही कभी बनारख का हिस्सा हुआ करता था। 30 जून, 1994 को भदोही राज्य का 65वां जिला बना। आबादी के लिहाज से भदोही काफी ऊपर आता है। यहां जंगल न के बराबर है। यहां के लोगों के आय का मुख्य साधन कालीन की बनुाई और खेती है। यहां की बनी कालीन विदेशों तक जाती है। भदोही जिले में तीन विधासभा सीटें हैं। इसमें भदोही 392, ज्ञानपुर 393 और औराई 394 है। वर्तमान में तीन में से दो सीटों पर भाजपा का कब्जा है, जबकि ज्ञानपुर सीट से निषाद पार्टी से विजय मिश्र विधायक है।
392 भदोही विधानसभा सीट
वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में भदोही सीट पर बीजेपी प्रत्याशी रवींद्र नाथ त्रिपाठी की जीत हुई थी। उन्होंने अपने निकटतम प्रत्याशी जाहिद बेग को हराया था। भदोही में कुल 2,39,518 लाख वोट पड़े थे, जिसमें बीजेपी के रवींद्र नाथ त्रिपाठी को 79,519 वोट मिले और सपा प्रत्याशी जाहिद बेग को 78,414 वोट हासिल हुए थे। भाजपा और सपा के बीज हार जीत का फासला काफी कम रहा। रवींद्र नाथ त्रिपाठी ने सपा प्रत्याशी जाहिद बेग को महज 1101 वोटों से हराया था। इस चुनाव में बसपा तीसरे नंबर पर रही। बसपा प्रत्याशी रंगनाथ मिश्र को 56,555 वोट हासिल हुए थे, जबकि निषाद पार्टी के प्रत्याशी डॉ. आरके पटेल को 11,434 वोट मिले थे।
बीजेपी ने इस बार भी रवींद्र नाथ त्रिपाठी को यहां से प्रत्याशी बनाया है, तो वहीं सपा ने भी वर्ष 2017 में दूसरे नंबर पर रहने वाले जाहिद बेग को फिर मैदान में उतारा है। बसपा ने हरिशंकर उर्फ दादा चौहान, कांग्रेस ने वसीम अंसारी और एमआईएमआई ने रवि शंकर जायसवाल को प्रत्याशी बनाया है।
मतदाता
आंकड़ों के मुताबिक भदोही जिले की जनसंख्या 15 लाख से ज्यादा है। यहां 11.50 लाख से अधिक मतदाता हैं, जिसमें भदोही विधानसभा में 4,16,597 लाख मतदाता हैं। इनमें 2,28,435 लाख पुरुष और 1,88,133 महिला मतदाता हैं। यहां ब्राह्मण और बिन्द समाज के मतदाताओं की संख्या सबसे अधिक है।
इसे भी पढ़ें: सिद्धार्थनगर में साइकिल रेस लगाने को तैयार, जानें ताजा रुझान
393 ज्ञानपुर विधानसभा सीट
भदोही जिले की ज्ञानपुर सीट को महर्षि वाल्मीकि की तपोस्थली के रूप में जाना जाता है। यहां माता सीता का समाहित स्थल भी है। ज्ञानपुर सीट बाहुबली नेता विजय मिश्र की वजह से भी देश भर में सुर्ख़ियों में रहा। बाहुबली विजय मिश्र चार बार से यहां से सपा के टिकट से विधायक रहे। वर्ष 2017 में सपा से टिकट कटने पर वह निषाद पार्टी से चुनाव लड़े और बीजेपी लहर के बावजूद भी जीत हासिल की। भाजपा ने इस बार यहां से विपुल दुबे को प्रत्याशी बनाया है, वहीं सपा डॉ. विनोद कुमार बिंद, बसपा ने उपेंद्र कुमार सिंह और कांग्रेस ने सुरेश मिश्र को मैदान में उतारा है।
सियासी इतिहास
वर्ष 2017 से पहले ज्ञानपुर सीट पर सपा का ही कब्जा हुआ करता था। सपा के टिकट पर यहां से लगातार चुनाव जीतने वाले विजय मिश्र वर्ष 2017 में निषदा पार्टी से चुनाव लड़ा और बीजेपी प्रत्याशी महेंद्र कुमार को हराया। वर्ष 2002, 2007, 2012 और 2017 में विजय मिश्र चुनाव जीतने में सफल रहे।
जातिगत आंकड़े (अनुमानित)
ब्राह्मण- एक लाख के करीब
बिंद-50 हजार
दलित- 50 हजार
यादव- 20 हजार
मुस्लिम- 20 हजार
ठाकुर- 20 हजार
बनिया- 20 हजार
मौर्य- 15 हजार
मतदाता
कुल मतदाताओं की संख्या– 3 लाख 64 हजार 749
महिला वोटर- 1 लाख, 63 हजार, 990
पुरुष वोटर- 2 लाख, 736
इसे भी पढ़ें: बांदा में हाथी और कमल में मुख्य लड़ाई, जानें सियासी आंकड़े
394 औराई विधानसभा सीट
वाराणसी और प्रयागराज के मध्य स्थित औराई सीट भदोही जिले की सबसे खास है। यहां कई बड़े कालीन निर्यातकों की कंपनियां हैं। यह क्षेत्र गंगा किनारे बसा है। यहां के बने कालीन देश भर के बाजारों में बड़े स्तर पर बेची जाती है। वर्ष 2017 के चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी दीनानाथ भाष्कर सपा प्रत्याशी मधुबाला पासी को हराकर विधायक बने थे। बीजेपी ने इसबार भी दीनानाथ भाष्कर का प्रत्याशी बनाया है। वहीं सपा ने अंजना सरोज, बसपा ने कमला शंकर भारती, कांग्रेस ने संजू कनौजिया, आम आदमी पार्टी ने महेंद्र कुमार चौधरी और एमआईएमआई ने टेढ़ई राम को मैदान में उतरा है।
सियासी इतिहास
2012 में सपा से मधुबाला पासी विधायक बनीं.
2017 में भाजपा से दीनानाथ भास्कर यहां के विधायक बने.
2019 में संसदीय क्षेत्र से सांसद भाजपा के अजय निषाद हैं.
मतदाता
कुल मतदाताओं की संख्या– 3 लाख 63 हजार 119
महिला वोटर- 1 लाख, 53 हजार
पुरुष वोटर- 2 लाख, 10 हजार
जातिगत समीकरण
ब्राह्मण लगभग 80 हजार
ठाकुर 15 हजार
दलित 70 हजार
मुस्लिम 35 हजार
वैश्य 20 हजार
यादव लगभग 30 हजार
मौर्य 15 हजार
इसे भी पढ़ें: बस्ती में सपा-भाजपा में कांटे की टक्कर