लखनऊ। बढ़ते कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण के लिए योगी सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए उत्तर प्रदेश में साप्ताहिक लॉकडाउन का दायरा बढ़ा दिया है। इसके तहत अब शुक्रवार रात से मंगलवार सुबह 7 बजे तक सूबे में लॉकडाउन रहेगा। बता दें कि कोरोना संक्रमितों के आंकड़ों में रिकॉर्ड बढ़ोत्तरी ने सरकार की परेशानियां बढ़ा दी हैं। एक तरफ जहां इलाज के अभाव में लोग दम तोड़ रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ इस महामारी से पार पाने के लिए लॉकडाउन से बेहतर कोई विकल्प नजर नहीं आ रहा है। ऐसे में सरकार के सामने जीवन और जीविका दोनों बचाने की गंभीर चुनौती उत्पन्न हो गई है।

हालांकि इस महामारी को हल्के में लेना सरकार और जनता दोनों के लिए भारी पड़ गया है। इसी का नतीजा है कि सरकार के प्रति लोगों का गुस्सा दिन—बा—दिन बढ़ता जा रहा है। वहीं सरकार की तरफ से व्यवस्था सुधारने की जगह सब कुछ ठीकठाक होने का दावा किया जाना सरकार की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े करते हैं। जांच से लेकर इलाज तक के लिए लोग दर—दर भटक रहे है और सूबे के मुखिया दावा कर रहे हैं कि प्रदेश में किसी तरह का कोई दिक्कत नहीं है। ऐसे में सरकार के खिलाफ लोगों में गुस्सा नहीं फूटेगा तो और क्या होगा।

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बता दें कि हाल ही में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने भी उत्तर प्रदेश में लॉकडाउन लगाने का आदेश दिया था, जिसे उत्तर प्रदेश सरकार ने यह तर्क देते हुए स्थगित कर दिया था कि ऐसा करने से लोगों के सामने रोजी—रोटी का संकट और गहरा जाएगा। लेकिन अब यह भी देखना है कि जान है तो जहान है। जानकारों की मानें तो इस महामारी को थामने के लिए लॉकडाउन से बेहतर और कोई विकल्प नहीं है। फिलहाल उत्तर प्रदेश सरकार ने सप्ताह में तीन दिन का लॉकडाउन लगाने का सार्थक फैसला लिया है।

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