Kahani: हंस और कौआ

Kahani: पुराने जमाने में एक शहर में दो ब्राह्मण पुत्र रहते थे, एक गरीब था तो दूसरा अमीर। दोनों पड़ोसी थे। गरीब ब्राह्मण की पत्नी उसे रोज़ ताने देती झगड़ती।…

Kahani: चित्रकार की गलती

Kahani: किसी नगर में एक प्रसिद्ध चित्रकार रहता था। देश-विदेश से उसकी चित्र प्रदर्शनी देखने हजारों लोग आते थे और उसके काम की प्रशंसा करते नहीं थकते थे। एक बार…

Kavita: शुभ संकेत

भारत फिर से जाग रहा है विघटन दुर्गुण भाग रहा है। जगे रक्त वंश संबन्ध पुराने पुरखों का युग मांग रहा है।। तुर्क मुगल हैं नहीं हमारे मति भ्रम से…

Kahani: सम्बंध

Kahani: एक बेटी ने एक संत से आग्रह किया कि वो हमारे घर आकर उसके बीमार पिता से मिलें, प्रार्थना करें। बेटी ने यह भी बताया कि उसके बुजुर्ग पिता…

Kahani: दुनियां सिर्फ तमाशा देखना पसंद करती है

Kahani: एक बार की बात है एक घर में आग लग गई। घर में से सभी लोगों को निकाला गया। मोहल्ले के कुछ लोग आग बुझाने में लग गए तो…

Pauranik Katha: धृतराष्ट्र, पाण्डु और विदुर के जन्म की कथा

Pauranik Katha: हस्तिनापुर नरेश शान्तनु और रानी सत्यवती के चित्रांगद और विचित्रवीर्य नामक दो पुत्र हुए। शान्तनु का स्वर्गवास चित्रांगद और विचित्रवीर्य के बाल्यकाल में ही हो गया था इसलिये…

Gyaan Ki Baat: सुबह उठ कर भूमि-वंदन क्यों करना चाहिए

Gyaan Ki Baat: शास्त्रों में मनुष्य को प्रात:काल उठने के बाद धरती माता की वंदना करके ही भूमि पर पैर रखने का विधान किया गया है। पहले दायें पैर को…

लक्ष्मीबाई जन्मदिन विशेष, लक्ष्मी नाम से उद्भव, काली रूप प्रयाण

जन्म: 19 नवम्बर 1828 , वीरगति : 18 जून 1858 भारत की स्वाधीनता संग्राम की कहानी में 19 नवंबर पुण्य दिवस है। माता लक्ष्मी के रूप में उत्पन्न मणिकर्णिका मनु…

Kahani: सबसे बड़ा पुण्य

Kahani: एक राजा बहुत बड़ा प्रजापालक था, हमेशा प्रजा के हित में प्रयत्नशील रहता था। वह इतना कर्मठ था कि अपना सुख, ऐशो-आराम सब छोड़कर सारा समय जन-कल्याण में ही…

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