हमसे न पूछिए
दिल ने जो रंज खाए हैं, हमसे न पूछिए, कैसे दिये बुझाए हैं, हमसे न पूछिए। वो रूठ कर गए तो हवाएँ भी रुक गईं, कैसे ख़ुदा मनाए हैं, हमसे…
दिल ने जो रंज खाए हैं, हमसे न पूछिए, कैसे दिये बुझाए हैं, हमसे न पूछिए। वो रूठ कर गए तो हवाएँ भी रुक गईं, कैसे ख़ुदा मनाए हैं, हमसे…
कवि! तू झूठा है, यह बात मैं, डंके की चोट पर कहती हूँ! तेरी विरह गाथा के पीछे, मैं एक सचाई देखती हूँ। मैंने तेरा हाल पता किया, तेरे घर…
तन की चुनर भीगती जाए, मन की चूनर डोल उठे, बूँदें जैसे गीत रचें हों, पायल की झनकार बहे। घटा ओढ़कर नाची वह, नयन बंधन तोड़े जब, झरने सी इक…
पूरब दिशा में पीतांबर बाबा, तेज लिए रथ से अवतार। राजयोग की छाया जैसे, न्याय करें निष्कलंक विचार॥ तप की ज्वाला पूजा जिनकी, अवतारी माने सब ज्ञान। जप-यज्ञ के तेजस्वी…
नीलांचल पर्वत पर शोभित, एक नगर है शांत बड़ा, जहाँ भक्तगण भीड़ लगाए, करुण भाव में नयन भरा। पुरी नगरी पूज्य सदैव, तीर्थों में उत्तम सम्मान, जहाँ स्वयं भगवान रचाते,…