Kahani: सहायता ही धर्म है

Kahani: एक बार कुछ विदेशी यात्री भारत भ्रमण के लिए आए। उन्होंने भारत के अनेक धार्मिक एवं सांस्कृतिक स्थलों का भ्रमण किया। भ्रमण करते-करते एक दिन वे एक महात्मा के…

Kahani: गुरु की बातों को न भूलें

Kahani: नारायण दास एक कुशल मूर्तिकार थे। उनकी बनाई मूर्तियां दूर-दूर तक मशहूर थीं। नारायण दास को बस एक ही दुख था कि उनकी कोई संतान नहीं थी। उन्हें हमेशा…

Kahani: मंदबुद्धि बालक

Kahani: विद्यालय में एक बालक पढ़ता था, सब उसे मंदबुद्धि कहते थे। उसके गुरुजन भी उससे नाराज रहते थे, क्योंकि वह पढ़ने में बहुत कमजोर था और उसकी बुद्धि का…

Pauranik Katha: नहीं बदला जा सकता विधि का विधान

Pauranik Katha: श्री राम का विवाह और राज्याभिषेक, दोनों शुभ मुहूर्त देख कर किए गए थे, फिर भी न वैवाहिक जीवन सफल हुआ, न ही राज्याभिषेक। और जब मुनि वशिष्ठ…

Kahani: मजदूर ने सेठ को दिया पुण्य के फल का ज्ञान

Kahani: एक सेठ बस से उतरे, उनके पास कुछ सामान था। आस-पास नजर दौड़ाई, तो उन्हें एक मजदूर दिखाई दिया। सेठ ने आवाज देकर उसे बुलाकर कहा, अमुक स्थान तक…

Pauranik Katha: अंतर्मन को छूता महाभारत का यह सार्थक प्रसंग

Pauranik Katha: महाभारत युद्ध समाप्त हो चुका था। युद्धभूमि में यत्र-तत्र योद्धाओं के फटे वस्त्र, मुकुट, टूटे शस्त्र, टूटे रथों के चक्के, छज्जे आदि बिखरे हुए थे और वायुमण्डल में…

Kahani: भगवान कभी भक्त का साथ नहीं छोड़ता

Kahani: एक भक्त था, वह परमात्मा को बहुत मानता था, बड़े प्रेम और भाव से उनकी सेवा किया करता था। एक दिन भगवान से कहने लगा, मैं आपकी इतनी भक्ति…

Kahani: भक्त पर भोले नाथ की कृपा

Kahani: एक बार एक शिव-भक्त अपने गांव से केदारनाथ धाम की यात्रा पर निकला। पहले यातायात की सुविधाएँ तो थी नहीं, तो वह पैदल ही निकल पड़ा। रास्ते में जो…