Kavita: एक अनजान से रिश्ते को
मैंने देखा है फिल्मों में वो लड़के जो बना करते हैं एक टूटी सी लड़की का सहारा कन्धा कहलाये जाते हैं। मारते हैं फटीक वो अपनी ही मोटरसाइकिलों पे बैठाकर…
मैंने देखा है फिल्मों में वो लड़के जो बना करते हैं एक टूटी सी लड़की का सहारा कन्धा कहलाये जाते हैं। मारते हैं फटीक वो अपनी ही मोटरसाइकिलों पे बैठाकर…
क्या लगता है मैं रुकूँगा नहीं, असंभव। क्या लगता है मैं झुकूँगा नहीं, असंभव।। कष्टों को खूँटी पर रखकर सूर्य से नज़र मिलायेंगे। असि मनोबल की लेकर रण-भूमि में भिड़…
दिल अंदर दिलदार है अंदर, प्रीतम प्रेमी प्यार है अंदर। परमपुरुष की सारी रचना, साथ में रचनाकार है अंदर। विष्णु अंदर ब्रह्मा अंदर, शिव अंदर शिवद्वारा अंदर। नवदुर्गा ग्रह चंद…
किसी चीज़ में डूबो तो ऐसे डूबो कि डूबना भी सुन्दर दिखे किसी चीज के साथ खेलो तो ऐसे खेलो कि खेलना भी सार्थक लगे किसी के साथ साझा करो…
अचानक किसी दिन कविता के साए मंडराने लगते देह के अज्ञात में तब वह अज्ञात सी जेहन में पुकार लगाती, दस्तक देती फिर एक आवाज़ गूंजती कठफोड़वे की ठक ठक…