दो हजार बीस, नये अनुभव, नयी सीख
हर साल की तरह 2020 जनवरी, एक नए साल का आगाज़ भी नए जोश, नए सपनों, नयी उम्मीदों, नए संकल्प और नए वादों के साथ हुआ। समय के साथ आगे…
हर साल की तरह 2020 जनवरी, एक नए साल का आगाज़ भी नए जोश, नए सपनों, नयी उम्मीदों, नए संकल्प और नए वादों के साथ हुआ। समय के साथ आगे…
सरल, सहज, मिसरी सी ये, शब्दों से अमृत बरस, ये अपनत्व जताती है, स्वराष्ट्र प्रेम दर्शाती है, “हिंदी” अभिमान बढ़ाती है” मीठी, सरल व सहज “हिंदी”, भारतीय जनमानस की भाषा…
मैं हूँ एक किसान, बंजर, रेतीली धरती से भी सोना उपजाऊँ, ऐसी मेरी फ़ितरत, यही हमारी पहचान। मैं हूँ एक किसान।। बचपन से पढ़ा, सुना कि भारत एक कृषि प्रधान…