kahani: राम नाम की महिमा

kahani: एक बार एक गांव में बहुत से महात्मा आकर रूद्राभिषेक कर रहे थे और वट वृक्षों के पत्तों पर चंदन से श्रीराम का नाम लिखकर शिवजी को चढ़ा रहे…

Kahani: बाँट कर खाने वाला कभी भूखा नहीं मरता

Kahani: एक डलिया में संतरे बेचती बूढ़ी औरत से एक युवा अक्सर संतरे खरीदता। वह खरीदे संतरों से एक संतरा निकाल उसकी एक फाँक चखता और कहता- ये कम मीठा…

Kahani: श्रम अथवा अर्थ दान का मतलब

Kahani: किसी नगर में एक वैद्य रहते थे। उनका व्यवहार बेहद कुशल और विनम्र था, इसीलिए वे उस पूरे इलाके में बहुत इज्जत भी पाता था। वे अपने चिकित्सा आश्रम…

Pauranik Katha: हनुमान चालीसा की रचना कब और किन परिस्थितियों में हुई

Pauranik Katha: भगवान को अगर किसी युग में आसानी से प्राप्त किया जा सकता है तो वह युग है कलियुग। इस कथन को सत्य करता एक दोहा रामचरितमानस में तुलसीदास…

Prerak Prasang: परहित-सबसे बड़ा धर्म

Prerak Prasang: एक बार भगवान श्रीकृष्ण और अर्जुन भ्रमण के लिए कहीं निकले थे। उन्होंने मार्ग में एक निर्धन ब्राह्मण को भिक्षा मांगते देखा तो अर्जुन को उस पर दया…

Kahani: दूसरे से उम्मीद खुद को कमजोर बना देती है

Kahani: एक बार एक बादशाह सर्दियों की शाम अपने महल में दाखिल हो रहा था तभी उसने एक बूढ़े दरबान को देखा जो महल के मुख्य दरवाज़े पर बिलकुल पुरानी…

Prerak Prasang: संपत्ति बड़ी या संस्कार

Prerak Prasang: दक्षिण भारत में एक महान सन्त हुए तिरुवल्लुवर। वे अपने प्रवचनों से लोगों की समस्याओं का समाधान करते थे। इसलिए उन्हें सुनने के लिए दूर-दूर से लोग उनके…

Prerak Prasang: हमारे कर्म से संस्कार की पहचान होती है

Prerak Prasang: एक राजा के पास सुन्दर घोड़ी थी। घोड़ी राजा के लिए पूरी वफादार थी। उसने कई बार युद्व में राजा के प्राण बचाये। कुछ दिनों के बाद इस…

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