लखनऊ। कांग्रेस महासचिव श्रीमती प्रियंका गांधी वाड्रा ने पार्टी प्रदेश मुख्यालय में कांग्रेस का महिला घोषणापत्र और ’’थीम सांग’’ जारी किया। इस घोषणा पत्र में सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 40 प्रतिशत आरक्षण देने का वादा किया गया। इसके अलावा महिलाओं को सशक्त बनाने के लिहाज से इंटर में पढ़ रही प्रत्येक लड़की को स्मार्टफोन देने को कहा गया। इसके अलावा स्नातक में पहुँचने पर उसे स्कूटी देने का वादा भी किया गया।
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Priyanka issued manifesto
20 लाख नौकरियां देने का वादा
श्रीमती प्रियंका गांधी ने ‘शक्ति विधान’ शीर्षक से महिला घोषणा पत्र जारी करते हुए उनके स्वाभिमान, स्वावलम्बन, शिक्षा, सम्मान, सुरक्षा, और सेहत से जुड़ी तमाम घोषणाएं कीं। उन्होंने कहा कि महिलाओं को कांग्रेस 40 फीसदी टिकट ही नहीं देगी, रोजगार में भी आरक्षण प्रावधानों के तहत 40 फीसदी नौकरियां भी महिलाओं को दी जाएंगी। कांग्रेस ने सरकार बनने के बाद 20 लाख नौकरियां देने का वादा किया है, यानी 8 लाख नौकरियां महिलाओं को दी जाएंगी। महिला स्वयं सहायता समूहों को कम ब्याज दर पर कर्ज मुहैया कराया जाएगा।
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महिलाओं को नौकरी देने वाले संस्थानों को मिलेगी टैक्स छूट
50 फीसदी महिलाओं को नौकरी पर रखने वाले संस्थानों को टैक्स में छूट दी जाएगी। टैक्स वापसी देकर मदद हेतु एक फण्ड की स्थापना की जायेगी। प्रियंका गांधी ने आशा जतायी की उत्तर प्रदेश की महिलाएं आने वाले चुनाव में जाति और धर्म की जहरीली राजीनीति को नकारेंगी और आधी आबादी के अधिकार का मुद्दा बुलंद करेंगी। उत्तर प्रदेश में महिलाओं की भागीदारी हर स्तर पर कमजोर हैं और वे असुरक्षित भी हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस महिलाओं को 40 फीसदी टिकट देकर एक नयी राजनीति शुरू करने जा रही है। प्रियंका गांधी ने कहा कि 2019 एनएसएस रिपोर्ट के अनुसार भारतीय महिलायें अवैतनिक घरेलू कामों पर प्रतिदिन औसतन 5 घण्टे खर्च करती हैं जबकि इसकी तुलना में पुरूष केवल दिन के डेढ़ घंटे ही कामों में योगदान करते हैं। इस असमानता को आर्थिक सशक्तिकरण के जरिये दूर करने की जरूरत है। एनसीआरबी के आंकड़ो के मुताबिक हत्या, अपराध, बच्चों के खिलाफ अपराध के सार्वाधिक मामले उत्तर प्रदेश में हुए हैं।
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पुलिस में 25 प्रतिशत नौकरियां महिलाओं के लिए की जायेगी आरक्षित
उत्तर प्रदेश में औसतन 12 रेप की घटनाएं प्रतिदिन घटती हैं। पुलिस एफआईआर या तो दर्ज नहीं करती, या बड़ी मुश्किल से दर्ज करती है। महिला घोषणापत्र में इस पर खास ध्यान दिय गया है और कांग्रेस की सरकार बनी तो ‘अत्याचार अधिनियम’ की धारा 4 के हिसाब से यदि कोई अधिकारी महिलाओं पर अत्याचार के दस दिनों के अन्दर कर्तव्यों का पालन नहीं करेगा तो उसे निलंबित किया जायेगा। पुलिस बल में 25 प्रतिशत नौकरियां महिलाओं के लिए आरक्षित की जायेंगी। महिलाओं का उत्पीड़न रोकने के लिए राज्य स्तर पर एक विशेष अधिकार प्राप्त आयोग का गठन किया जायेगा। थानों में महिला सिपाहियों की नियुक्ति अनिवार्य की जाएगी। घरेलू हिंसा, यौन उत्पीड़न और निराक्षित महिलाओं के लिए जिला स्तर की हेल्पलाइन शुरू की जाएगी। सरकारी बसों में महिलाओं की यात्रा मुफ्त होगी।
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वीरांगनाओं के नाम से दक्षता विद्यालय खोले जायेंगे
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि उत्तर प्रदेश के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में 70 फीसदी पद खाली पड़े हैं जिसका सबसे ज्यादा नुकसान महिलाओं को उठाना पड़ता है। कांग्रेस की सरकार बनने पर ये बहालियां की जाएंगी और दस लाख तक का इलाज मुफ्त किया जाएगा। अस्पतालों के अलावा विश्वविद्यालयों और स्कूलों में भी मासिक धर्म से संबंधित आवश्यक वस्तुओं और दवाओं की मुफ्त आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी। घोषणापत्र में शिक्षा से जुड़े वादों का जिक्र करते हुए प्रियंका गांधी ने कहा कि राज्य के 75 जिलों में वीरांगनाओं के नाम से दक्षता विद्यालय खोले जायेंगे जिसमें आवासीय सुविधाएं भी होंगी।
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सौ टिकट फाइनल हुए, जिसमें 60 महिलाएं को दिए गए
40 फीसदी टिकट की घोषणा के असर के सवाल पर श्रीमती गांधी ने कहा कि इस घोषणा का देश के अन्य राज्यों में भी स्वागत हुआ है। बड़ी तादाद में सशक्त महिला दावेदारों के आवेदन मिल रहे हैं। अभी तक पार्टी की ओर से सौ टिकट फाइनल हुए हैं जिनमें 60 महिलाएं हैं। जल्दी ही पार्टी प्रत्याशियों की पहली लिस्ट जारी कर दी जाएगी। प्रियंका गांधी ने कहा कि महिलाओं के लिए जारी किया गया घोषणा पत्र ऐतिहासिक है इससे पूर्व भारत के इतिहास में कभी भी महिलाओं के लिए अलग से कोई घोषणा पत्र जारी नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने श्रीमती इंदिरा गांधी के रूप में देश को पहली महिला प्रधानमंत्री 60 के दशक में ही दे दी थी जबकि अमेरिका जैसे देश में अभी तक कोई महिला राष्ट्रपति नहीं बन पाई है। यही नहीं उत्तर प्रदेश में भी प्रथम महिला मुख्यमंत्री कांग्रेस की सुचेता कृपलानी ही थीं। पहली महिला राष्ट्रपति श्रीमती प्रतिभा पाटिल बन चुकी हैं। यह सब कांग्रेस की ओर से महिला सशक्तिकरण को लेकर किये गये काम हैं। अब वक्त आ गया है कि उत्तर प्रदेश की जनता कांग्रेस को एक अवसर दे ताकि महिला सशक्तिकरण की दिशा में अभूतपूर्व कदम उठाए जा सकें और राजनीति में करुणा और प्रेम का समावेश हो सके।
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