Pratapgarh News: देश सुरक्षित है, क्योंकि सीमा पर हमारे सैनिक प्रहरी के तौर पर सतर्क है। सरहद पर हमारे सैनिक जागते हैं, तो देशवासी सकून की नींद लेते हैं। जमीन से लेकर आसमान तक भारत के सपूत कड़ी  निगरानी कर रहे हैं। दुश्मनों की साजिश का मुंहतोड़ जवाब दे रहे हैं। परिवार की चिंता से ज्यादा उन्हें देश का फिक्र है। हालांकि इसकी कीमत उनके परिजनों को चुकानी पड़ती है, क्योंकि देश को सरहद पर हमारे सैनिक देश की सुरक्षा करते हुए शहीद भी होते हैं। ये वे सैनिक है, जो हमारे बीच तो नहीं है, लेकिन वह अमर हैं और उनकी यादें हमेशा उनकी वीर गाथाओं को बताती रहती हैं। ऐसे ही जाबांजों में उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जनपद शहीद लेफ्टिनेंट कमांडर योगेश तिवारी का नाम आता है। जो अब हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी गौरव गाथा से देश के साथ प्रतापगढ़ जनपद गौरांवित हो रहा है।

शहीद लेफ्टिनेंट कमांडर योगेश तिवारी को अद्भुत वीरता शौर्य व देश के लिए सर्वोच्च बलिदान के लिए पूर्वी नौ सेना कमान विशाखापत्तनम में उनके परिजनों को सम्मानित किया गया। भारतीय नौ सेना प्रमुख की तरफ से उनकी माता अन्नपूर्णा तिवारी को “विशिष्ट नौ सेना मेडल” का सम्मान दिया गया। शहीद लेफ्टिनेंट कमांडर योगेश तिवारी की माँ अन्नपूर्णा तिवारी को यह सम्मान ग्रहण करने के लिए भाई आशुतोष तिवारी के साथ पूर्वी नौ सेना कमान विशाखापत्तनम बुलाया गया था।

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बता दें कि शहीद लेफ्टिनेंट कमांडर योगेश तिवारी वह जाबांज हैं, जो देश को लंबी सेवा नहीं दे सके। लेकिन कम समय में उन्होंने जो किया उसका कोई तोड़ नहीं है। इसके लिए उन्हें हमेशा याद किया जाएगा।

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