Jacqueline Fernandez: सुकेश चन्द्रशेखर (Sukesh Chandrasekhar) के चक्कर में फिल्म अभिनेत्री जैकलीन फर्नांडिस (Jacqueline Fernandez) बुरे फंस चुकी हैं। इसके चलते वह अपनी बीमार मां से मिलने बहरीन भी नहीं जा पाएंगी। बता दें कि सुकेश चंद्रशेखर (Sukesh Chandrasekhar) से जुड़े 200 करोड़ के मनी लॉन्ड्रिंग केस में कोर्ट के सख्त रुख को देखते हुए जैकलीन फर्नांडिस (Jacqueline Fernandez) ने विदेश जाने की इजाजत की मांग वाली अर्जी वापस ले ली है। अभिनेत्री ने बहरीन में अपनी बीमार मां से मिलने के लिए कोर्ट से 23 दिसंबर से 5 जनवरी तक वहां जानें की इजाजत मांगी थी। जमानत की शर्तों के अनुसार जैकलीन फर्नांडिस (Jacqueline Fernandez) को विदेश जाने के लिए कोर्ट की इजाजत लेनी लेनी थी। क्योंकि सुनवाई के दौरान ED ने जैकलीन फर्नांडिस की अर्जी का विरोध करते हुए तर्क दिया था कि हो सकता है कि जैकलीन वापस देश न लौटें।

गौरतलब है कि एडिशनल सेशन जज शैलेन्द्र मलिक ने जैकलीन फर्नांडिस की विदेश जाने की इजाजत की मांग वाली याचिका पर सुनवाई को लेकर अनिच्छा जाहिर की। कोर्ट ने जैकलीन की ओर से पेश वकील से नाराजगी जताते हुए कहा कि इस मामले में जांच अभी अहम मोड़ पर है। ऐसे में क्या वह इस केस में आरोप तय होने का इतंजार करते हुए अपनी याचिका वापस लेंगी। अन्यथा कोर्ट को इस मामले में न्यायिक आदेश देना पड़ेगा। कोर्ट के सख्त रुख को देखते हुए जैकलीन फर्नांडिस ने वकीलों से राय लेने के बाद याचिका वापस ले लिया।

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सुनवाई के दौरान जैकलीन के वकील सिद्धार्थ अग्रवाल ने कहा कि उन्होंने जांच में पूरा सहयोग किया है। इससे पहले भी जांच के दौरान जैकलीन को आईफा अवार्ड समारोह में शामिल होने के लिए अबूधाबी जाने की इजाजत मिल गई थी। ED ने उस समय भी आदेश को दिल्ली हाईकोर्ट में चुनौती दी थी, लेकिन हाईकोर्ट ने निचली अदालत के आदेश को बरकरार रखा। जैकलीन के वकील ने कहा कि उनके मुवक्किल की तरफ से जांच में हमेशा सहयोग मिलता रहा है और आगे भी पूरा सहयोग रहेगा। उनके मवक्किल ने सिर्फ 5 जनवरी तक विदेश जाने की इजाजत मांगी है। वकील ने कहा कि इस मामले को लेकर अगली सुनवाई 6 जनवरी को है, जब आरोप पर बहस होनी है, तब तक जैकलीन फर्नांडिस वापस लौट आएंगी।

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