Hardoi: चुस्त शासन, सख्त प्रशासन की दंभ भरने वाली योगी सरकार के सामने कानून व्यवस्था बड़ी चुनौती बनी हुई है। हालांकि सत्ता मद में चूर योगी सरकार को जमीनी हकीकत नजर नहीं आ रही है। इंसाफ के लिए जनता परेशान है, पुलिस मामले को दबाकर अपराध रोकने की दावे कर रही है, जबकि सच यह है कि अपराध में न तो कमी आई है और न ही अपराधियों में कानून का कोई खौफ ही है। इंसाफ के लिए जनता को मुख्यमंत्री आवास पर पहुंचकर आत्मदाह जैसे खौफनाक कदम उठाने पड़ रहे हैं, बावजूद इसके योगी सरकार को सच्चाई नजर नहीं आ रही है। ताजा मामला हरदोई जनपद से सामने आया है, जहां दुष्कर्म पीड़िता को राजधानी लखनऊ के वरिष्ठ अधिकारियों से भी फरियाद लगाने के बाद भी इंसाफ मिलता नजर नहीं आ रहा है। प्रशासिनक व्यवस्था से तंग आकर पीड़िता ने आत्महत्या करने की धमकी दी है।

पीड़िता का आरोप है कि उसका पति लालची किस्म का इंसान है। उसने उसे ग्राम प्रधान किशन कुमार सिंह से मिलवाया और प्रधान ने उसे पिहानी के पूर्व ब्लॉक प्रमुख मनोज सिंह से मिलाया। फिर दोनों ने मिलकर महिला का शारीरिक शोषण किया। दोनों ने करीब दो साल से महिला का शारीरिक शोषण कर रहे हैं। पीड़िता ने दोनों से मुक्ति पाने के लिए कई जगह शिकायत की लेकिन कही से उसकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। महिला का कहना है कि महिला सीओ होने के बाद भी उसकी शिकायत पर कोई सुनवाई नहीं हुई। इतना ही नहीं उसने लखनऊ आईजी से भी फरियाद की पर आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।

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पीड़िता का कहना है, उसका छोटा सा बच्चा है, जिसे लेकर उसे दर-दर भटकना पड़ रहा है। महिला का कहना है कि अगर उसे इंसाफ नहीं मिला तो वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पास जाएगी, और अगर यहां भी सुनवाई नहीं हुई तो वह आत्महत्या कर लेगी। पीड़िता का कहना है कि उसकी इतनी बदनामी हो चुकी है, जिससे उसका जीना मुहाल हो गया है। बता दें कि बीते दिनों उन्नाव के एक व्यक्ति ने इंसाफ की गुहार लगाते हुई मुख्यमंत्री आवास के बाहर आत्मदाह कर लिया था, जिसकी सिविल अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी।

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