Gonda: देवरिया कांड के बाद हरकत में आई सरकार के रूख को देखकर लगने लगा था कि दबंगों पर अंकुश लग सकेगा, लेकिन ऐसा कुछ होता नजर नहीं आ रहा है। जमीनी विवाद में अधिकारियों की शिथिलता गरीबों पर भारी पड़ जा रही है। उत्तर प्रदेश के गोंडा जनपद के परसपुर थानाक्षेत्र के विशुनपुर कला गांव में दबंगों ने जमीनी विवाद में मां-बेटी पर जानलेवा हमला किया है। हमले में मां-बेटी गंभीर रूप से घायल हैं, जिनका गोंडा जिला चिकित्सालय में इलाज चल रहा है। जानकारी के मुताबिक परसपुर थाना क्षेत्र के विशुनपुर कला गांव के रूपीपुरवा में सुरेश सिंह का रेनू सिंह से जमीनी विवाद चल रहा था। आरोप है कि सुरेश सिंह रेनू सिंह पर अवैध कब्जा जमा रखा है। रविवार को बाकी जमीन पर कब्जा कर रहे सुरेश सिंह को रेनू सिंह ने जब रोकने की कोशिश की, तो सुरेश सिंह, अभिषेक सिंह और अवधेश सिंह ने लाठी-डंडे और धारदार हथियार से उस पर जानलेवा हमला बोल दिया। दबंगों ने मां-बेटी को मरणासन्न करके उसके कान की बाली आदि छीन लिया। स्थानीय लोगों की मदद से घायल रेनू सिंह व बेटी जूही सिंह को परसपुर सीएचसी ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सकों ने जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया।

चिकित्सकों के मुताबिक रेनू सिंह व उसकी बेटी जूही सिंह की हालत गंभीर बनी हुई है। वहीं शिकायत के आधार पर पुलिस ने तीन लोगों पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दिया है। वहीं मामले को लेकर स्थानीय लोगों में काफी आक्रोश है। लोगों का कहना है कि सरकार की कथनी और करनी में बड़ा फर्क है। एक तरह सुशासन के दावे किए जा रहे हैं, वहीं दूसरी गरीब मजलूमों पर दबंगों का कहर टूट रहा है। पुलिस और प्रशासन के लोग तब तक कार्रवाई नहीं करते जब तक कोई बड़ी घटना न घट जाए। रेनू सिंह के परिजनों के मुताबिक, सुरेश सिंह से लंबे समय से जमीनी विवाद चल रहा है। थाने से लेकर तहसील तक इंसाफ की मांग की गई, लेकिन दबंगों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। आरोप हैं कि दबंगों को ग्राम प्रधान अनीता सिंह के बेटे व प्रधान प्रतिनिधि के तौर पर सूर्य प्रताप सिंह उर्फ छोटू को संरक्षण मिला हुआ है।

गौरतलब है कि देवरिया जनपद के फतेहपुर गांव में जमीनी रंजिश के चलते छह लोगों की हुई हत्या के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को जमीनी विवाद जल्द निपटाने के निर्देश दिए है। मुख्यमंत्री ने साफ कह दिया है कि जमीन से जुड़े मामलों में लापरवाही बरतने वालों को बख्सा नहीं जाएगा। बावजूद इसके अधिकारी सीएम योगी के निर्देशों से अनजान बन आरामतलबी की आदत छोड़ने को तैयार नहीं हैं। परसपुर थानाध्यक्ष शेषमणि पांडेय ने बताया कि रूपीपुरवा से मारपीट का मामला सामने आया है। शिकायत के आधार पर तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है।

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अपराधी प्रवृत्ति का है प्रधान प्रतिनिधि

बताया जा रहा है सुरेश सिंह प्रधान प्रतिनिधि सूर्य प्रताप सिंह उर्फ छोटू का करीबी है। इसी के संरक्षण में वह दूसरों की जमीन हड़पने का काम करता है। प्रधान प्रतिनिधि सूर्य प्रताप सिंह उर्फ छोटू खुद अपराधिक प्रवृति का है। सरकारी योजना में भ्रष्टाचार की शिकायत करने पर करीब दो साल पहले उसने साथियों के साथ मिलकर शिकायतकर्ता की पीट-पीट कर हत्या कर दी थी। इस मामले में करीब सालभर वह जेल में भी बंद था। ग्रामीणों के मुताबिक जेल से छूटने के बाद सूर्य प्रताप की दबंगई जारी है।

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