राघवेंद्र प्रसाद मिश्र

चंदौली: सच ही कहा गया है कि इंसान परिस्थितियों का दास होता है। हालात किसी को शेर बना देता है तो किसी को गीदड़ भी। उत्तर प्रदेश के चंदौली में 5 दिसंबर को समाजवादी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई थी। इस झड़प में सकलडीहा से सपा विधायक प्रभु नारायण यादव ने अपने ही सर्किल के डिप्टी एसपी अनिरुद्ध सिंह से न सिर्फ धक्का मुक्की की बल्कि अपने सिर से उनके सिर पर कई वार भी किए। इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल होने लगा। देखते ही देखते लोग डिप्टी एसपी अनिरुद्ध सिंह के सपोर्ट में खड़े हो गए और ट्विटर पर हैश टैग #Isupportcopanirudh ट्रेंड करने लगा। इसके बाद लोगों में यह जानने की उत्सुकता काफी बढ़ गई कि कौन हैं डिप्टी एसपी अनिरुद्ध सिंह?

दरअसल, रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की चंदौली के रामगढ़ में कार्यक्रम था। इस दौरान सपा विधायक अपने समर्थकों के साथ अपनी समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री से ​मिलने जाने की कोशिश कर रहे थे। पुलिस सपा नेताओं को रोकने की कोशिश की तो उन लोगों ने पुलिस के धक्का मुक्की करनी शुरू कर दी। इसके चलते पुलिस को सपा कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए हल्का बल प्रयोग करना पड़ा। इस दौरान सपा विधायक प्रभु नारायण यादव ने सकलडीहा सर्किल के डिप्टी एसपी अनिरुद्ध सिंह के साथ धक्का मुक्की करते हुए उनके सिर पर अपने सिर से कई वार कर डाले।

Deputy SP Anirudh Singh

एनकाउंटर स्पेशलिस्ट के रूप में जाने जाते हैं अनिरुद्ध

डिप्टी एसपी अनिरुद्ध सिंह की पहचान एनकाउंटर स्पेशलिस्ट के रूप में है। वह उत्तर प्रदेश के जालौन जनपद के रहने वाले हैं। उन्होंने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन की है। वर्ष 2021 में उन्होंने उत्तर प्रदेश पुलिस की नौकरी ज्वाइन की थी और सब इस्पेक्टर के तौर पर उन्हें तैनाती मिली थी। उनकी पहली पोस्टिंग वाराणसी में हुई। इसके बाद वह वाराणसी, जौनपुर, चंदौली सहित कई जिलों में नौकरी की। वर्ष 2007 में अनिरुद्ध सिंह ने यूपी के एक लाख रुपए के इनामिया बदमाश नक्सली संजय कोल का एनकाउंटर कर चर्चा में आ गए थे। इसके बाद उन्होंने कई एनकाउंटर किए। इसके चलते उन्हें वर्ष 2010 में आउट आफ टर्न प्रमोशन मिला और वह सब इंस्पेक्टर से इंस्पेक्टर के पद पर प्रमोट हो गए।

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रियल से रील हीरो भी बने

अनिरुद्ध सिंह रियल हीरो के साथ रील हीरो की भूमिका निभाई। उन्होंने पुलिस की नौकरी के साथ साथ वेब सीरीज में भी काम किया। उनके फिल्मों में आने की कहानी भी काफी दिलचस्प है। वाराणसी कैंट में पोस्टिंग के दौरान ‘गंस आफ बनारस’ फिल्म की शूटिंग चल रही थी। इस दौरान काफी भीड़ इकट्ठा हो गई थी और बेकाबू हो रही थी। सूचना पर इंस्पेक्टर अनिरुद्ध सिंह मौके पर पहुंचे और भीड़ को काबू में किया। फिल्मी हीरो के लुक में अनिरुद्ध सिंह को देखकर वहां मौजूद फिल्म निर्देशक शेखर सूरी ने उन्हें पुलिस रोल के लिए आफर किया। अनिरुद्ध ने इसके लिए अपने उच्च अधिकारियों से अनुमति मांगी और इजाज मिलने के बाद उन्होंने फिल्म में पुलिस आफिसर की भूमिका निभाई। इसके बाद वेब सी​रीज ‘दी रेडलैंड’ में भी वह नजर आए।

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