उतान सोने…

ज्येष्ठ मास रीती सरिताएँ, रीते मन के क्षोभित कोने! सुलग रही हैं दसों दिशाएँ, चली चंचला उतान सोने!! ठुमुक-ठुमुककर बत्तखों जैसी, चाल भवानी की मतवाली! गदरानी कुम्हलाती बाँहें, कमसिन है…

पर्यावरण ही हमारे जीवन का आधार स्तंभ

हर साल 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस (world environment day) मनाया जाता है। पर्यावरण आज के समय का एक प्रज्वलित विषय है, जिसका असर हर मनुष्य पर, मनुष्य की…

आईआईएमसी में प्रवेश प्रक्रिया शुरू, 18 जून तक कर सकते हैं आवेदन

नई दिल्ली: भारतीय जन संचार संस्थान (आईआईएमसी) में पांच पीजी डिप्लोमा पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू हो गई है। शैक्षणिक सत्र 2022-23 के लिए आयोजित इस…

थायराइड के ये भी हो सकते हैं लक्षण, जरूर कराएं जांच

Health Tips: जब गले में पाई जाने वाली थायराइड ग्रंथि सामान्य कार्य करना बंद कर देती है, तब थायराइड (Thyroid) की समस्या आती है। तितली के आकार की यह ग्रंथि…

प्रतापगढ़ के पत्रकार को केंद्रीय मंत्री ने प्रदान किया पत्रकारिता पुरस्कार

नई दिल्ली: विज्ञान समाचार सेवा ‘इंडिया साइंस वायर’ (Science News Service, India Science Wire) से जुड़े पत्रकार उमाशंकर मिश्र को वर्ष 2022 का प्रतिष्ठित देवऋषि नारद पत्रकारिता पुरस्कार प्रदान किया…

अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस पर विशेष: जच्चा-बच्चा का हित सर्वोपरि

चित्रकूट: मरीज की चिकित्सीय सेवा उनकी प्राथमिकता है। पारिवारिक जिम्मेदारियों को कभी स्वास्थ्य सेवा में हावी नहीं होने देते। अटेंडर की मनमानियों को हँसते हुए नजर अंदाज करते हैं, ताकि…

लॉकडाउन के दौरान असुरक्षित संबंध बनाने से 85 हजार से ज्यादा लोगों को हुआ HIV

नई दिल्ली: लापरवाही के मामले में भारतीयों की गिनती सबसे ऊपर की जाती है। ऐसा अकारण नहीं बल्कि हमारी हरकतों की वजह से की जाती है। कोरोना काल के दौरान…

विश्व अस्थमा दिवस (3 मई) पर विशेष: इन्हेलर के इस्तेमाल से डरने की जरूरत नहीं

चित्रकूट: अस्थमा (दमा) की बीमारी होने पर घबराने की जरूरत नहीं है। यह बीमारी किसी भी उम्र में हो सकती है, समय रहते बीमारी की पहचान होने पर इसे नियंत्रित…

विश्व मलेरिया दिवस पर विशेष: तुरंत हो जांच, न आए मलेरिया से जीवन पर आंच

चित्रकूट: मलेरिया (Malaria) को लेकर स्वास्थ्य विभाग (Health Department) की सक्रियता और टीम भावना से काम करने से जनपद में लगातार मलेरिया के मामलों में कमी आ रही है। इधर…

हिंदी को जन-जन की भाषा बनाएं: प्रो.नागेश्वर राव

नई दिल्ली: हमें हिंदी को जन-जन की भाषा बनाने में सक्रिय योगदान देना होगा। इसके लिए जरूरी है कि साहित्यिक हिंदी की बजाए, ऐसी हिंदी का उपयोग किया जाए, जिसमें…

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