लखनऊ: दलाल व ठग किसी के सगे नहीं होते। इस बात को बाराबंकी का रहने वाला एक लड़कियों के दलाल ने सच साबित कर दिया है। पूर्वांचल और बिहार से लड़कियों को लाकर बेचने वाले शातिर व्यक्ति ने ग्राहक मिलने पर अपनी बहू का ही सौदा कर डाला। गाजियाबाद में बेटे के साथ रह रही बहू को उसने बीमारी का बहाना बनाकर बाराबंकी बुलाया और गुजरात के रहने वालों से रुपया लेकर बहू को उनके हवाले सौंप दिया। वहीं बेटे का इस बात की भनक लग गई और उसने इसकी सूचना पुलिस को दे दी। बेटे की सूचना पर पुलिस ने बाराबंकी रेलवे स्टेशन से महिला को बरामद कर लिया है, साथ ही गुजरात के रहने वाले 8 लोगों को गिरफ्तार भी किया है। वहीं इस मामले का मुख्य आरोपी ग्राहक लाने वाला पुलिस की गिरफ्त से अभी भी दूर है।

जानकारी के मुताबिक रामनगर निवासी युवक ने पुलिस को सूचना दी थी कि उसके पिता चंद्रराम वर्मा ने उसकी पत्नी को बेच दिया है। उसकी पत्नी को खरीदने वाले रेलवे स्टेशन पर ही हैं। चूंकि मामला मानव तस्करी से जुड़ा था, पुलिस तुरंत हरकत में आ गई। पुलिस रेलवे स्टेशन पर पहुंची और युवक की पत्नी को सुरक्षित बरामद करते हुए महिला का सौदा करने वाले आठ लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस की गिरफ्त में आए सभी आरोपी साहिल पंचा, पप्पू भाई शर्मा, अपूर्व पंचा, गीता बेन, नीता बेन, शिल्पा बेन, राकेश व अजय भाई पंचा आडेव आदिनाथ नगर थाना उमेडा अहमदाबाद (गुजरात) के रहने वाले हैं। महिला के पति की तहरीर पर पुलिस ने पकड़े गए आठ आरोपियों के साथ युवक के पिता चंद्र राम व रामू गौतम के खिलाफ मानव तस्करी का मामला दर्ज कर लिया है। वहीं इस मामले के मुख्य आरोपी चंद्रराम व रामू गौतम अभी भी फरार हैं।

बहू को बीमारी का बहाना बनाकर बुलाया था

महिला के पति ने बताया कि वह गाजियाबाद में टैक्सी चलाता है। उसने बताया वर्ष-2016 एक एप के जरिए उसकी असम की लड़की से बात हुई थी। वर्ष 2019 में उसने उसी लड़की से लखनऊ के एक मन्दिर में शादी कर ली। इसके बाद वह उसे लेकर गाजियाबाद चला गया, जहां टैक्सी चलाकर परिवार पालने लगा। युवक के मुताबिक पिता ने बीमार होने की बात कह कर बहू को घर भेजने के लिए कहा था। इस पर उसने अपनी पत्नी को 2 जून को भेज दिया था, जो 3 जून की सुबह यहां पहुंच गई।

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घर पहुंचा तो पत्नी गायब थी

युवक ने कहा कि 3 जून की रात को उसने भी ट्रेन पकड़ ली और 4 की सुबह वह बाराबंकी अपने पहुंच गया। घर पहुंचा तो उसकी पत्नी नहीं नजर आई। पता करने मालूम चला कि कुछ बाहरी लोग थोड़ी देर पहले उसके घर से निकले हैं। युवक के मुताबिक वह अपने पिता के चरित्र को जानता था इसलिए वह बस स्टैंड होता हुआ सीधे रेलवे स्टेशन पहुंचा गया। यहां उसने ​देखा कि उसकी पत्नी कुछ लोगों के साथ खड़ी है। इस पर उसने पुलिस से मदद मांगी।

अस्सी हजार रुपए में बेचा था

पूछताछ में पता चला कि रामनगर क्षेत्र के ही एक गांव का रामू गौतम अहमदाबाद गुजरात में काम करता है, उसी ने चंद्र राम वर्मा को बताया कि अहमदाबाद के साहिल पंचा को शादी के लिए लड़की चाहिए। चंद्र राम अचछे रुपए मिलने की लालच में आकर अपनी बहू को बेचने की योजना बना डाली। उसने बीमारी का बहाना बनाकर अपनी बहू को ​बुला लिया और दूसरी तरफ लड़की खरीदने वालों को गुजरात से बुलाया लिया। चंद्र राम वर्मा ने 80 हजार रुपए में अपनी बहू का सौदा तय किया। उसने साठ हजार नगद और 20 हजार बहाने से अपने बेटे के खाते में डलवा दिए। युवक का कहना है कि खाते में रुपए आने से उसका शक यकीन में बदल गया।

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