Azamgarh: मानसिकता लोगों को गुलाम बना देती है। चाहे वह चोरी की हो या बदनियति की मानसिकता हो। हाल के दिनों में चोरी की घटनाओं में जो बात सामने आई है, वह बेहद चौंकाने वाले हैं। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर जहां टोटी चोरी के आरोप लगे, वहीं साधन संपन्न लोगों को गमला चोरी करते हुए देख हर कोई दंग रह गया। वहीं आजमगढ़ जनपद से भी कुछ इसी तरह का मामला सामने आया है। शिक्षा के मंदिर जहां से देश का भविष्य गढ़ा जाता है, वहां के शौचालय से टोटी चोरी की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही है। वहीं जिले के डीएवी पीजी कॉलेज प्रबंधन (DAV PG college) ने तुगलगी फरमान जारी करते हुए छात्रों के शौचालय में सीसीटीवी कैमरा लगवा दिया। इससे छात्र आक्रोशित हो गए और कॉलेज प्रशासन पर निजता के हनन का आरोप लगाते हुए, जिम्मेदारों की मानसिकता पर गंभीर सवाल उठाए। वहीं कॉलेज प्रशासन का तर्क है शौचालय से लगातार चोरी हो रहे टोटी को देखते हुए यह कदम उठाया गया है। लेकिन छात्रों के बढ़ते आक्रोश को देखते हुए जिला प्रशासन ने कॉलेज के शौचालय से सीसीटीवी कैमरे को हटा दिया है।

बता दें कि सोमवार को जब छात्र डीएवी पीजी कॉलेज (DAV PG college) पहुंचे तो देखा कि शौचालय में सीसीटीवी कैमरा लगा दिया गया है। इसकी जानकारी होते ही छात्रों में आक्रोश भड़क उठा। देखते ही देखते बडी संख्या में छात्रों की भीड़ इकट्ठा हो गई। छात्र नेताओं ने जब इस सम्बन्ध में कॉलेज प्रशासन से बात की तो उनका तुगलगी फरमान सुनकर छात्र आक्रोशित हो गए। छात्रों का कहना था कि शौचालय में सीसीटीवी कैमरा लगवाकर विद्यालय प्रशासन उनकी निजता का हनन कर रहा है। विद्यालय के प्रार्चाय कह रहे है कि टोटी चोरी की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए कैमरा लगवाया गया है। इसके बाद छात्रों ने इसकी सूचना जिला प्रशासन को दी।

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मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने छात्रों के आक्रोश को देखते हुए सीसीटीवी कैमरे को शौचालय ने निकलवा दिया। वहीं विद्यालय के प्राचार्य का कहना है कि कैमरे को शौचालय के गेट पर लगाने को कहा गया था, लेकिन गलती से उसे शौचालय के अदंर लगा दिया गया। इस बात की जैसे ही जानकारी हुई, तो उसे वहां से हटा दिया गया है। उन्होंने कहा कि पूरे महाविद्यालय में कैमरे लगाए जा रहे है। जिससे की कोई छात्र दीवारों पर कुछ न लिख सके, न ही महाविद्यालय परिसर के अंदर का कोई सामान नष्ट हो।

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