गुवाहाटी। असम में बीजेपी प्रत्याशी की गाड़ी में ईवीएम मिलने से सियासी तूफान आ गया है। असम में विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण का मतदान हो चुका है। कांग्रेस ने जहां बीजेपी और चुनाव आयोग के बीच सांठगांठ का आरोप लगाते हुए तीखा हमला किया है, वहीं बीजेपी उम्‍मीदवार कृष्‍णेंदु पॉल का दावा है कि यह उनकी गाड़ी ही नहीं है। इस मामले में कड़ा कदम उठाते हुए चुनाव आयोग ने 4 निर्वाचन अधिकारियों को सस्‍पेंड कर दिया है। इसके अलावा संबंधित पोलिंग बूथ पर फिर से वोटिंग कराने का फैसला लिया गया है। गृहमंत्री मंत्री अमित शाह ने भी इस पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने घटना की पूरी जानकारी नहीं होने की बात कहते हुए यह जरूर कहा कि यदि ऐसा कुछ हुआ है तो चुनाव आयोग को सख्त कदम उठाना चाहिए।

मतदान केन्द्र पर पुनर्मतदान के आदेश

चुनाव आयोग ने शुक्रवार को असम के रतबाड़ी विधानसभा क्षेत्र में एक मतदान केन्द्र पर दोबारा मतदान कराने का आदेश दिया। यहां मतदान के बाद जिस वाहन में निर्वाचन अधिकारी ईवीएम को लेकर गए, वह कथित तौर पर भाजपा के एक उम्मीदवार का था। चुनाव आयोग ने एक बयान में कहा कि निर्वाचन अधिकारी और तीन अन्य अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है। चुनाव आयोग ने कहा ईवीएम की सील हालांकि सही थी, लेकिन फिर भी रतबाड़ी (सु) एलएसी1 के मतदान केन्द्र संख्या- 149 इंदिरा एमवी स्कूल में दोबारा मतदान कराने का फैसला किया गया है। असम के करीमगंज जिले में कांग्रेस और एआईयूडीएफ के कुछ समर्थकों ने ईवीएम को भाजपा के एक उम्मीदवार के वाहन में ले जाए जाते हुए देखा था, जिसके बाद बृहस्पतिवार रात यहां हिंसा भड़क गई थी।, पुलिस को स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए हवा में गोलियां चलानी पड़ी थी।

इन्हें भी देखें : https://newschuski.com/ministry-of-railways-vendor-license-welfare-association/

बोले गृहमंत्री

गृहमंत्री मंत्री अमित शाह ने कहा, ”मुझे इसकी पूरी जानकारी नहीं है। मैं कल दक्षिण भारत में था आज यहां (पश्चिम बंगाल) हूं, परसों जाऊंगा तो पूरी जानकारी लूंगा। रात को फोन पर जानकारी लूंगा। हमने चुनाव आयोग को कोई भी कदम उठाने से नहीं रोका है। अगर ऐसा हुआ है तो कानून के हिसाब से चुनाव आयोग को जिम्मेदारों पर सख्त कदम उठाने चाहिए।”

बीजेपी कैंडिडेट ने दी सफाई

Assam BJP MLA tests coronavirus positive; CM Sonowal orders action against  violators of Covid-19 norms - India News

कार में ईवीएम मिलने से विवादों में आए असम के बीजेपी उम्मीदवार कृष्णेंदु पॉल का बयान सामने आया है। पॉल ने ईवीएम को चुराने के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि उनके ड्राइवर ने पोलिंग कर्मचारियों को मदद करने के लिए लिफ्ट दी थी। पॉल ने कहा कि कार उनका ड्राइवर चला रहा था और पोलिंग अधिकारियों की ओर से हेल्प मांगने पर उसने उन्हें बिठा लिया था। कृष्णेंदु पॉल ने कहा, मेरा ड्राइवर कार में था। पोलिंग अधिकारियों ने उससे हेल्प मांगी थी और उसने मदद की। उस कार पर एक पास भी लगा हुआ था, जिसमें यह लिखा था कि मैं बीजेपी का उम्मीदवार हूं। मुझे यह पता नहीं कि पोलिंग अफसरों को इस बात की जानकारी थी या नहीं। हमने सिर्फ मदद की थी।’

राहुल और प्रियंका गांधी ने जमकर चलाए तीर

Rahul Gandhi, Priyanka Vadra express shock over killing of Aligarh child,  demand action - The Economic Times

गौरतलब है कि इस मामले में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और राहुल गांधी ने बीजेपी और चुनाव आयोग पर जमकर निशाना साधा है। राहुल गांधी ने कहा है कि बीजेपी की नीयत खराब है। वहीं प्रियंका ने कहा- ‘क्या स्क्रिप्ट है? चुनाव आयोग की गाड़ी खराब हुई, तभी वहां एक गाड़ी प्रकट हुई। गाड़ी बीजेपी के प्रत्याशी की निकली। मासूम चुनाव आयोग उसमें बैठ कर सवारी करता रहा। प्रिय चुनाव आयोग, माजरा क्या है? आप देश को इस पर कुछ सफाई दे सकते हैं?’ कांग्रेस ने बीजेपी उम्मीदवार की योग्यता खारिज करने की मांग की है।

इन्हें भी देखें : https://newschuski.com/rishabh-pant-urvashi-rautela-once-again-in-a-relationship/

यह है पूरा मामला

असम के करीमगंज जिले में बृहस्पतिवार रात ईवीएम को स्ट्रांग रूम तक पहुंचाने के लिए भाजपा उम्मीदवार के वाहन का इस्तेमाल होते देख भीड भड़क उठी और हिंसा हुई जिसके बाद पुलिस ने हालात पर काबू पाने के लिए हवा में गोलियां चलायी। अधिकारियों ने शुक्रवार सुबह बताया कि रतबाड़ी निर्वाचन क्षेत्र में इंदिरा एम वी स्कूल के निर्वाचन दल का वाहन करीमगंज शहर में स्ट्रांग रूम तक जाने के दौरान खराब हो गया। जिला प्रशासन के एक अधिकारी ने बताया उन्होंने एक निजी वाहन की मदद ली। संयोग से यह वाहन पत्थरकांडी के निवर्तमान भाजपा विधायक कृष्णानेंदु पॉल के नाम पर पंजीकृत था। वाहन के निमल बाजार क्षेत्र में पहुंचने पर कुछ लोगों ने इसे देखा। पॉल इस बार पत्थरकांडी से भाजपा के उम्मीदवार हैं। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि भीड़ में मुख्य रूप से एआईयूडीएफ और कांग्रेस के समर्थक थे। भीड़ ने वाहन से तोड़फोड़ की जिसके बाद निर्वाचन दल को इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) छोड़कर वहां से जाना पड़ा। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, ‘‘उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक तुरंत मौके पर पहुंचे और भीड़ को शांत करने की कोशिश की। लेकिन भीड़ जब नहीं मानी तो उन्हें तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने हवा में गोलियां चलायी। उन्होंने बताया कि उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक इसके बाद ईवीएम को रात में पत्थरकांडी थाना ले गए जहां से इसे करीमगंज में स्ट्रांग रूम में जमा कराया गया। रतबाड़ी और पत्थरकांडी निर्वाचन क्षेत्र में दूसरे चरण में बृहस्पतिवार को मतदान हुआ।

Spread the news