Akash Anand: क्षेत्रीय दलों का वजूद भाई-भतीजावाद और जातिवाद पर टिका होता है। बीजेपी को छोड़ दें तो अधिकांश दलों का वजूद परिवारवाद पर कायम है। इसी परिपाटी को कायम रखते हुए मायावती (Mayawati) ने अपने भतीजे आकाश आनंद (Akash Anand) को अपना उत्तराधिकारी घोषित कर दिया है। रविवार को बहुजन समाज पार्टी (Bahujan Samaj Party) की मुखिया मायावती (Mayawati) ने पार्टी की एक बड़ी बैठक में एलान कर दिया है कि उनका उत्तराधिकारी उनके भतीजे आकाश आनंद (Akash Anand) होंगे। हालांकि, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड का प्रभार मायावती (Mayawati) ख़ुद अपने पास रखेंगी।

बता दें कि आकाश आनंद (Akash Anand) मायावती के छोटे भाई आनंद कुमार के बेटे हैं। आनंद कुमार भी पार्टी में सक्रिय रहे हैं। उन्हें पार्टी का उपाध्यक्ष भी बनाया गया था। हालांकि, बाद में उन्हें इस पद से हटा दिया गया। आकाश आनंद ने गुरुग्राम से पढ़ाई की है और बाद में उन्होंने लंदन से मास्टर ऑफ़ बिज़नेस एडमिनिस्ट्रेशन (MBA) किया। पढ़ाई के बाद आकाश आनंद ने नौकरी करने के बजाए अपनी बुआ की विरासत को आगे बढ़ाना चुना। आकाश आनंद की राजनीति में एंट्री वर्ष 2017 में हुई और वह अब सक्रिय राजनीति में हैं। सहारनपुर रैली में बुआ मायावती के साथ वह पहली बार मंच पर दिखे थे। इसके बाद से बहुजन समाज पार्टी में उनकी सक्रियता लगातार बढ़ती जा रही है।

2019 में चर्चा में आए थे आकाश

आकाश आनंद पहली बार चर्चा में तब आए थे, जब वह वर्ष 2019 के लोकसभा चुनावों में अखिलेश यादव ने मायावती के साथ गठबंधन किया था। उस साल 15 जनवरी को अखिलेश ख़ुद पहली बार मायावती को जन्मदिन की बधाई देने के लिए उनके घर पहुंचे थे। मायावती को फूल देते हुए अखिलेश यादव की फ़ोटो भी आई थी। इसी फ़ोटो में मायावती के ठीक पीछे दिखे आकाश आनंद खड़े दिख रहे थे। चुनावी माहौल में आकाश आनंद की एक झलक मिलते ही मीडिया में उनके मायावती के राजनीतिक उत्तराधिकारी होने की अटकलें लगने लगी थी।

छह साल से सक्रिय राजनीति में हैं आनंद

2019 चुनाव में आकाश आनंद ने पार्टी का चुनाव प्रचार कैम्पेन मैनेज किया। समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन तोड़ने के बाद 2019 में ही मायावती ने उन्हें बसपा का को-ऑर्डिनेटर बनाया था। फिर 2022 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में पार्टी के सोशल मीडिया का मोर्चा संभाला। 2022 में हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए बसपा के स्टार प्रचारकों की सूची में आकाश आनंद का नाम दूसरे नंबर पर था। उन्हें अलग-अलग राज्यों में पार्टी कैडर तैयार करने का काम भी सौंपा गया था। फिलहाल वर्तमान में वह पार्टी में नेशनल को-ऑर्डिनेटर के पद पर हैं।

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