नई दिल्ली। दुष्कर्म और पत्रकार की हत्या के मामले हरियाणा के रोहतक की सुनारिया जेल में बंद गुरमीत राम रहीम को एक बार फिर से कस्टडी परोल मिली है। इस बार भी उसे यह परोल बीमार मां को देखने के लिए मिला है। ज्ञात हो कि सिरसा डेरा प्रमुख राम रहीम की मां लंबे समय से बीमार चल रही हैं। खबरों की मानें तो उनकी हालत स्थिर बनी हुई है। मां की बीमारी के आधार पर गुरमीत राम रहीम को 48 घंटे की कस्टडी परोल दिया गया है। आज सुबह सवा छह बजे के करीब उसे सुनारिया जेल से बाहर निकाला गया।
जेल से निकलने के वह सीधे अपनी बीमार मां से मिलने गुरुग्राम पहुंच गया। यहां वह एक फार्म हाउस में मां के साथ ठहरा हुआ है। बताते चलें कि डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम की मां की तबीयत लंबे समय से खराब चल रही है और वह गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती हैं। बीमार मां से मिलने के राम रहीम परोल की अर्जी लगाई थी। जिसपर गुरुग्राम पुलिस की सिफारिश के बाद सुनारिया जेल की तरफ से उसे 48 घंटे की कस्टडी परोल दिया गया है। वह बाहर आते ही सीधे गुरुग्राम पहुंच गया और यहां वह एक फार्म हाउस में अपनी मां के साथ रुका है।
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जानकारों की मानें तो राम रहीम ने 21 दिनों के लिए इमरजेंसी परोल मांगीं थी, जिसकी जानकारी होने पर विवाद शुरू हो गया। हरियाणा सिख गुरुद्वारा कमेटी की ओर से उसकी अर्जी का विरोध करते राज्य सरकार से परोल न दिने की अपील की गई थी। गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमेटी के अध्यक्ष संत बलजीत सिंह दादूवाल ने राम रहीम को परोल न दिए जाने की मांग करते हुए कहा है कि ऐसा करने से खतरा पैदा हो सकता है। गौरतलब है कि इससे पहले भी राम रहीम को बीमार बीमार मां से मिलने के लिए गुपचुप तरीके से परोल मिली थी, जिसकी भनक मीडिया को तब लगी जब वह वापस लौटकर जेल पहुंच गया।
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