लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस का प्रकोप थमता नजर पहीं आ रहा है। ऐसे में कोरोना के खिलाफ नियमों को और सखत करने का क्रम जारी है। मध्य प्रदेश—उत्तर प्रदेश के बीच बस सेवाओं को बंद करने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज इंटर स्टेट बस सेवाओं को भी बंद करने का आदेश दे दिया है। बता दें कि प्रदेश के सीमावर्ती क्षेत्रों में कोरोना के संक्रमण का मामला तेजी से बढ़ रहा है। ऐसे में इंटर स्टेस बस सेवा के बंद होने दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों की संख्या में गिरावट आएगी।

बता दें कि उत्तर प्रदेश में कोरोना की विस्फोट की स्थिति बन गई है। मरीजों को अस्पतालों में बेड नहीं मिल रहे हैं। होम क्वारंटइन में चल रहे लोगों के सामने दवा और आक्सीजन की दिक्कत है। इस महामारी के चलते राजधानी लखनऊ से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में हाहाकार मचा हुआ है। कई मरीज ऐसे है जो जांच कराने के चक्कर लगाते—लगाते गंभीर अवस्था में पहुंच जाते हैं। एकतरफ जहां सरकारी स्तर पर लापरवाही जारी है वहीं दूसरी तरफ इंसान ही इंसान को मारने पर तुला हुआ है। आक्सीजन की जबरदस्त कालाबाजारी जारी है। एंबुलेंस ड्राइवरों की तरफ से मरीजो से धनउगाही की जा रही है।

इसे भी पढ़ें: Assembly Election Result: प्रमुख राजनेताओं की सीट पर चल रही कांटे की टक्कर

मेडिकल स्टोर पर दवा उपलब्ध न होने की बात कहकर दोगुने दाम वसूले जा रहे हैं। कोरोना वायरस पर जिम्मेदारों की तरफ से फैलाए गए अफवाहों का असर ग्रामीण क्षेत्रों में देखने को मिल रहा है। यहां आज भी ऐसे लोग मिल जाते हैं जिनको लगता है कि कोरोना केवल अफवाह है। जानकारों का कहना है कि कोरोना वायरस का संक्रमण अब गांवों में भी फैल गया है। लेकिन जांच न हो पाने की वजह से यह नहीं तय हो पा रहा है कि मरने वाले मरीज की मौत कैसे हुई है। कोरोना का बहाना बनाकर डॉक्टर भी मरीज को देखने से कतरा रहे हैं।

इसे भी पढ़ें: फिरौती की राशि लेने के बाद LJP नेता की गोली मारकर हत्या

Spread the news