लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा सत्र के दौरान आज सूबे में जबरन धर्म परिवर्तन को रोकने के लिए विधि विरुद्ध धर्म परिवर्तन विधेयक 2021 को ध्वनि मत से पारित कर दिया गया। ज्ञात हो कि योगी आदित्यनाथ सरकार ने धर्मांतरण के मामलों को रोकने के लिए इस मसौदे को तैयार किया था। वहीं बजट से पहले कैबिनेट की बैठक में उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म परिवर्तन प्रतिषेध अध्यादेश का प्रस्ताव पारित कर दिया गया था। गौरतलब है कि राज्यपाल की मंजूरी के बाद सूबे में धर्मांतरण कानून पहले ही बन चुका है। लेकिन, अध्यादेश के नियमों के तहत सरकार को 6 महीने के अंदर सदन में बिल पेश करके प्रस्ताव पास कराना होता है।

वहीं इससे पहले विधानसभा में बोलते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ढाई साल का बच्चा टोपी पहने व्यक्ति को गुंडा समझता है। मजे की बात यह है कि इस दौरान विपक्षी समाजवादी पार्टी के सदस्य लाल टोपी पहन कर सदन की कार्यवाही में हिस्सा ले रहे थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक वाक्ये का जिक्र करते हुए यह टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि एक बार मैं बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूल में गया था, वहां एक बच्चे को अन्नप्राशन कराने के दौरान एक पार्टी के लोग विरोध करने पहुंच गए। वे सभी टोपी पहने हुए थे। उसी दौरान एक महिला के साथ खड़े एक बच्चे ने कहा कि मम्मी वह देखो गुंडा गुंडा। ऐसे में आप सोचिए कि दो-ढाई साल के बच्चे के मन में टोपी पहनकर आने वाले व्यक्ति के बारे में क्या धारणा बसी है। ऐसी धारणा सामान्य रूप से बन चुकी है।

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सीएम योगी ने विपक्ष की तरफ इशारा करते हुए कहा कि कभी हमारी इस विधायिका को लोग यह न मान लें कि यह ड्रामा कंपनी बन गई है। यहां कोई लाल टोपी, कोई नीली, कोई पीली और कोई हरी टोपी पहन कर आ गया है। ऐसा लगता है कि एक नई परिपाटी शुरू हो गई है। इससे पहले ऐसा तो कभी नहीं होता था। इस तरह का नजारा ड्रामा पार्टी में ही हम लोग सब देखते थे। उन्होंने हंगाम करने वाले विपक्ष से कहा, आप लोग यह क्यों मान लेते हैं कि जो सत्ता में है प्रदेश उसी का है। आप भी इसी प्रदेश के हो और प्रदेश भी आपका है। सूबे को बदनाम करने से सरकार की बदनामी तो होती ही है साथ में हम सबका प्रदेश भी बदनाम होता है। उन्होंने राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान हंगामा करने वाले विपक्षी नेताओं को पद की गरिमा का भी एहसास कराया।

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