सूरत। पंजाब में हाल ही में संपन्न हुए निकाय चुनाव में भाजपा को मिली करारी शिकस्त को जहां कुछ लोग किसान आंदोलन से जोड़कर देख रहे थे, वहीं गुजरात निगम चुनाव के नतीजों से ऐसे लोगों को तगड़ा जवाब मिल गया है। गुजरात नगर निगम चुनाव में बीजेपी ने एक बार फिर रिकॉर्ड जीत का परचम लहरा दिया है। राज्य के 6 नगर निगमों अहमदाबाद, सूरत, भावनगर, राजकोट, वडोदरा और जामनगर में भाजपा को बड़ी जीत हासिल हुई है। वहीं कांग्रेस का बेहद ही खराब प्रदर्शन रहा। आलम यह है कि सूरत में कांग्रेस का सूपड़ा ही साफ हो गया है। सूरत में भाजपा को 120 में से 93 सीटों पर जीत हासिल है और बाकी 27 सीटों पर आम आदमी पार्टी ने कब्ज़ा जमा लिया। शानदार जीत पर भाजपा जहां जश्न मना रही है वहीं पार्टी के जबरदस्त प्रदर्शन से उत्साहित दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल 26 फरवरी को सूरत में रोड शो करेंगे।

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27 सीटों ने खोला ‘आप’ का द्वार

आमा आदमी पार्टी जहां गुजरात विधानसभा चुनाव लड़ने का एलान कर चुकी है, वहीं सूरत में 27 सीटों पर जीत हासिल होने से यहां आपके लिए द्वार खुल गया है। नगर निगम का चुनाव कहने को छोटा था, लेकिन इससे बड़े संकेत निकल रहे हैं। जीत से उत्साहित आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि जब तक कांग्रेस खत्म नहीं होगी, भाजपा की सरकार यूं ही बनती रहेगी। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी राजनीति की रेसलिंग के वो खिलाड़ी हैं, जिससे लड़ने के लिए मोदी जी खुद चुनते हैं। चुनाव में राहुल बनाम मोदी करके मोदी जी को निर्विरोध देश का नेता चुना जा रहा है। भाजपा के लिए कांग्रेस राजनीतिक ऑक्सीजन की तरह है।

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गुजरात की जनता को दी बधाई

सूरत में 27 सीटों पर मिली जीत से खुश आम आदमी पार्टी ने ट्वीट कर गुजरात वासियों का शुक्रिया अदा किया है। साथ ही यहां की जनता से कहा है कि केजरीवाल की सच की राजनीति पर विश्वास रखने के लिए शुक्रिया। आप ने इस जीत पर कहा है कि यह तो अभी शुरुआत है। इसी कड़ी में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि नई राजनीति की शुरुआत करने के लिए गुजरात के लोगों को दिल से बधाई।

सभी नगर निगमों में भाजपा का दबदबा

राज्य के 6 नगर निगमों में भाजपा का दबदबा बरकरार रहा। लेकिन यह चुनाव कांग्रेस पार्टी के लिए बड़ा सबक लेकर आई है। क्योंकि कांग्रेस ने पाटीदारों के बड़े नेता माने जाने वाले हार्दिक पटेल को अपने पाले में लाकर भाजपा को मात देने की रणनीति बना रही थी। लेकिन इन नतीजों ने हार्दिक पटेल की राजनीति हैसियत को आंक दिया है। पाटीदारों के गढ़ में कांग्रेस का सूपड़ा ही साफ हो गया और कांग्रेस दूसरे नंबर से खिसकते हुए तीसरे पायदान पर आ गई है। वहीं असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम को भी 7 सीटों पर जीत मिली है।

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