धौलपुर। उत्तर प्रदेश पुलिस गोली चलाकर एक बार फिर विवादों में आ गई है। हालांकि मामला दूसरे राज्य का है और अपराधियों से जुड़ा है, इसलिए इसपर पर्दा डालने का पूरा प्रयास भी हो रहा है। जबकि पुलिस की इस हरकत से जहां शादी के लिए बारात नहीं पहुंच पाई वहीं पुलिस की गोली लगने से दूल्हे की दादी अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही हैं। बता दें कि राजस्थान के धौलपुर में शादी के लिए बारात निकल रही थी कि अचानक यूपी पुलिस यहां पहुंच गई। लोग जबतक कुछ समझ पाते पुलिस की तरफ से फायरिंग शुरू कर दी गई।
जानकारी के मुताबिक मामला धौलपुर के कंचनपुर थानाक्षेत्र के कछपुरा गांव का है। कछपुरा गांव के रहने वाले रामेश्वर के बेटे नीरज की शादी थी और बारात निकल रही थी। दूल्हें के साथ उसकी दादी, बहन, मां और फूफा सहित अन्य रिश्तेदार भी चल रहे थे। बारात घर से थोड़ा आगे ही निकली थी कि अचानक पुलिस की एक गाड़ी वहां आकर रुकी, आधा दर्जन से अधिक पुलिसवाले इस गाड़ी से बाहर निकले और फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस की इस हरकत को देखकर बारातियों को लगा कि पुलिस के भेष में शायद लुटेरे आ गए। लूट होने की आशंका होते ही दूल्हे के पिता ने गहना से भरे बैग को दूल्हे की दादी की तरफ बढ़ा दिया। दादी जब तक बैग पकड़ पाती कि इससे पहले उनकी कनपटी में पुलिस की गोली जा लगी। गोली लगते ही महादेवी पत्नी विक्रम सिंह गंभीर रूप से घायल होकर जमीन पर गिर गईं।
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वहीं पुलिस ने दूल्हे के पिता रामेश्वर कुशवाहा, फूफा और दूल्हे के बहनोई को गाड़ी में बैठाकर वहां से निकल गए। यह सब देखकर ग्रामीण हैरान रह गए। इसकी जानकारी होते ही एसपी केसर सिंह शेखावत, पुलिस उप अधीक्षक विजय कुमार सिंह और कंचनपुर थाना प्रभारी देवेंद्र कुमार शर्मा पुलिस बल के साथ गांव में पहुंच गए। तहकीकात में पता चला कि आगरा क्षेत्र के एत्मादोला थाने में गौ तस्करी के तहत दर्ज मामले में वांछित को पकड़ने के लिए यूपी पुलिस राजस्थान के धौलपुर पुलिस को बिना सूचित किए ही उक्त कार्रवाई करने के लिए पहुंच गई थी।
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