Kahani: मंदबुद्धि बालक

Kahani: विद्यालय में एक बालक पढ़ता था, सब उसे मंदबुद्धि कहते थे। उसके गुरुजन भी उससे नाराज रहते थे, क्योंकि वह पढ़ने में बहुत कमजोर था और उसकी बुद्धि का…

Kahani: चिंता चिता के समान

Kahani: एक पुरानी कहानी है पंचतंत्र में। एक गांव में एक युवक था। उसका कुल काम इतना था, डट कर दूध पीना, दंड-बैठक मारना और हनुमानजी के मंदिर में पड़े…

Pauranik Katha: श्रीकृष्ण ने राजा मोरध्वज के सामने तोड़ा अर्जुन का घमंड

Pauranik Katha: महाभारत युद्ध की समाप्ति के बाद अर्जुन को अभिमान हो गया कि वो श्रीकृष्ण के सर्वश्रेष्ठ भक्त है, अर्जुन सोचते थे कि कन्हैया ने मेरा रथ चलाया, मेरे…

Kahani: मजदूर ने सेठ को दिया पुण्य के फल का ज्ञान

Kahani: एक सेठ बस से उतरे, उनके पास कुछ सामान था। आस-पास नजर दौड़ाई, तो उन्हें एक मजदूर दिखाई दिया। सेठ ने आवाज देकर उसे बुलाकर कहा, अमुक स्थान तक…

Kahani: भगवान कभी भक्त का साथ नहीं छोड़ता

Kahani: एक भक्त था, वह परमात्मा को बहुत मानता था, बड़े प्रेम और भाव से उनकी सेवा किया करता था। एक दिन भगवान से कहने लगा, मैं आपकी इतनी भक्ति…

Kahani: भक्त पर भोले नाथ की कृपा

Kahani: एक बार एक शिव-भक्त अपने गांव से केदारनाथ धाम की यात्रा पर निकला। पहले यातायात की सुविधाएँ तो थी नहीं, तो वह पैदल ही निकल पड़ा। रास्ते में जो…

Kahani: अनोखी परीक्षा

Kahani: बेटा, थोड़ा खाना खाकर जा..! दो दिन से तुने कुछ खाया नहीं है।” लाचार माता के शब्द हैं, अपने बेटे को समझाने के लिये। “देख मम्मी, मैंने मेरी बारहवीं…

Kahani: भक्त मोची की भगवान ने ली परीक्षा

Kahani: एक समय मोची का काम करने वाले व्यक्ति को रात में भगवान ने सपना दिया और कहा कि कल सुबह मैं तुझसे मिलने तेरी दुकान पर आऊंगा। मोची की…

Hindi Kahani: सम्यक दृष्टि का परिणाम

Hindi Kahani: एक राजा था, बहुत प्रभावशाली, बुद्धि और वैभव से संपन्न। आस-पास के राजा भी समय-समय पर उससे परामर्श लिया करते थे। एक दिन राजा अपनी शैया पर लेटे-लेटे…

Other Story