नई दिल्ली। बिहार का बाहुबली आरजेडी नेता शहाबुद्दीन करने के बाद भी एकबार फिर चर्चा में आ गया है। इस बार चर्चा की वजह उसकी कब्र बन गई है। बता दें कि पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन की पिछले महीने कोरोना संक्रमण के चलते दिल्ली के एक अस्पताल में मौत हो गई थी। उसकी लाश को पुरानी दिल्ली के दिल्ली गेट स्थित जदीद कब्रिस्तान में दफनाया गया था। अब शहाबुद्दीन के परिजन उसकी कब्र को चुपके से पक्का कराना चाह रहे थे, जिसे जदीद कमेटी ने रोक दिया है।

जदीद कमेटी ने नियमों का हवाला देते हुए कहा कि जमीन की कमी के चलते कब्र के पक्कीकरण पर रोक लगी हुई है। धार्मिक तौर पर भी पक्कीकरण करना सही नहीं है। कमेटी का कहना है कोरोना की वजह से हो रही मौतों के चलते कब्रों की पक्कीकरण पर रोक लगी हुई है। ऐसे में शहाबुद्दीन के परिजनों की तरफ से ऐसा करना गलत है।

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कमेटी ने बताया कि बीते दिनों शहाबुद्दी के परिजन कब्रिस्तान में सामान लेकर आए थे। लेकिन किसी को यह सूचना नहीं थी कि वह यहां कब्रिस्तान को पक्का करने वाले हैं। कब्रिस्तान में निर्माण की जानकारी होने पर उनके परिजनों से जब इसके लिए परमिशन लेने की बात की गई, उनके पास कोई कागज नहीं था। लिहाजा कब्रिस्तान का पक्कीकरण का कार्य रोक दिया गया है। इस मामले में जदीद कमेटी और शहाबुद्दीन के परिजनों के बीच 10 जून को बैठक भी होने वाली है। इस बैठक में तय हो जाएगा कि बाहुबली की कब्र पक्की होगी या फिर अन्य कब्रों की तरह रहेगी। बता दें कि आरजेडी नेता अपनी जिंदगी में हमेशा कानून से ऊपर रहा। लेकिन अब मरने के बाद भी उसके परिजन उसकी कब्र को भी कानून से ऊपर रखने की कोशिश में लगे हुए हैं।

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