लखनऊ। सियासी ऊंट कब किस करवट बैठेगा कुछ कहा नहीं जा सकता। खासतौर पर उत्तर प्रदेश जहां विकास के मुद्दों की जगह मंदिर की राजनीति वर्षों से होती आई हो। हिंदुओं के आराध्य देव भगवान श्रीराम का जन्मस्थल अयोध्या बच्चे बच्चे को पता है। बावजूद इसके भगवान राम अयोध्या में पैदा हुए थे इसे साबित करने में वर्षों लग गए। इस बात का श्रेय हिंदू मुसलमान की जगह राजनीतिक दलों को ज्यादा जाता है। क्योंकि हिंदू संगठनों के साथ मिलकर भारतीय जनता पार्टी जहां शुरू से ही मंदिर निर्माण के लिए संघर्ष कर रही है, वहीं विपक्षी पार्टियां मुख्य रूप से सपा एक तबके को खुश करने के लिए मंदिर के विरोध में हमेशा खड़ी दिखी। फिलहाल मुलायम सिंह यादव के कुनबे में दो पक्ष नजर आ रहा है। पहले कुलबे में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पिता मुलायम सिंह यादव की तरह एक वर्ग को खुश करने की कोशिश में लगे हुए हैं, तो वहीं इसी परिवार की छोटी बहू अपर्णा यादव धर्म के साथ खड़ी नजर आ रही हैं। अखिलेश यादव ने जहां पिछले दिनों राम मंदिर निर्माण के लिए चंदा जुटाने में लगे लोगों को संसद में चंदाजीवी बताया था, वहीं मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव ने मंदिर निर्माण के लिए 11 लाख रुपए का दान दिया है।

गौरतलब है कि अयोध्या में बाबरी मस्जिद बिध्वंस का श्रेय जहां भाजपा के सिर आया, वहीं कारसेवकों पर गोली चलवाने का अपराध सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव के सिर लगा। हालांकि मुलायम सिंह यादव ने खुद इस बात को स्वीकार भी किया कि अयोध्या में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए गोली चलवाना जरूरी हो गया था। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद भाजपा सरकार मंदिर निर्माण की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रही है। और इसमें आने वाले खर्च के धन संग्रह का कार्य पूरे जोरो शोर से चल रहा है। वर्तमान समय में 15,0000 टोलियां धन संग्रह के कार्य में लगे हुए हैं। लोग स्वेच्छा से मंदिर निर्माण के लिए दान भी कर रहे हैं।

इसी कड़ी में समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव ने भी मंदिर निर्माण के लिए 11 लाख रुपए का दान किया है। अपर्णा यादव ने मंदिर निर्माण के लिए दान किया यह कोई बड़ी बात नहीं है। क्योंकि भगवान राम में आस्था रखने वाले अपने सामर्थ्य के अनुसार दान कर रहे हैं। लेकिन अपर्णा यादव की तरफ से दान किए जाने पर चर्चा होना लाजिमी हो जाता है। अपर्णा यादव उस परिवार से ताल्लुक रखती हैं, जिस पर कारसेवकों पर गोली चलवाने का कलंक लग चुका है। जिस परिवार सदस्य आज भी देश की संसद में खड़ा होकर मंदिर निर्माण के लिए सहयोग राशि इकट्ठा करने वालों को चंदाजीवी बता रहा हो।

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फिलहाल इस दौरान मुलायम सिंह यादव की ओर से कारसेवकों पर गोली चलवाने के सवाल पर अपर्णा यादव ने कहा जो बात गुजर गई उस पर चर्चा करने का कोई मतलब नहीं है। हम लोग पार्टी के भविष्य हैं और आगे कैसे, क्या करना है इसे हमें तय करना है।

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