नई दिल्ली: राहुल गांधी (Rahul Gandhi) कहीं जाएं और विवाद न खड़ा करें ऐसा हो ही नहीं सकता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घेरने के लिए विवाद पैदा करना कांग्रेस का मकसद बन चुका है। कांग्रेस को लगने लगा है कि विवाद खड़ा कर और झूठ बोलकर बीजेपी को सत्ता से दूर किया जा सकता है। शायद यही वजह है कि कांग्रेस गंभीर मुद्दों पर भी सरकार के साथ खड़े होने की जगह बदनाम करने की साजिश में शामिल रहती है। राफेल में दलाली का आरोप लगाकर राहुल गांधी (Rahul Gandhi) एक तरफ जहां सुप्रीम कोर्ट में माफी मांग चुके हैं, वहीं लद्दाख दौरे पर पहुंचे कांग्रेस नेता ने केंद्र सरकार पर एकबार फिर गंभीर आरोप लगाए हैं। यहां पैंगोंग झील पर राहुल गांधी ने पिता राजीव गांधी के जन्मदिन (Rajiv Gandhi birthday) के मौके पर उनको श्रद्धांजलि दी और उनकी स्मृति में आयोजित प्रार्थना सभा में हिस्सा लिया। इस दौरान राहुल (Rahul Gandhi) ने चीन से सीमा विवाद और महंगाई को लेकर मोदी सरकार पर तीखा हमला बोला।

राहुल गांधी ने भारत सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि भारतीय सीमा में चीन की सेना घुसी हुई है, जबकि सरकार की तरफ से दावा किया जा रहा है हमारी एक इंच जमीन नहीं गई। कांग्रेस नेता ने कहा कि लोगों की चारागाह जमीन ले ली गई है और वह अब वहां नहीं जा सकते। राहुल गांधी के मुताबिक, लद्दाख में बेरोजगारी और महंगाई बहुत है, लेकिन वह जनता की बात को सुनेंगे। राजीव गांधी को याद करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि मेरे पिता मेरे महान शिक्षकों में से थे। उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान मैं लद्दाख आना चाहता था, लेकिन कुछ कारणवश यह संभव नहीं हो सका।

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लद्दाख की जनता प्रतिनिधित्व चाहती है: राहुल

राहुल गांधी ने दावा किया कि लद्दाख के लोगों को सरकार से बहुत सारें सवाल हैं। यहां के लोग उस दर्जे से खुश नहीं हैं, जो उन्हें दिया गया है। लद्दाख की लोग प्रतिनिधित्व चाहते हैं। यहां बेरोजगारी चरम पर है। लोग की मांग है कि राज्य को नौकरशाही से नहीं बल्कि जनता की आवाज से चलाना चाहिए। बता दें कि लद्दाख में लंबे समय से शांति बनी हुए है। ऐसे में अचानक से राहुल गांधी का यहां आना और इस तरह की बयानबाजी करना माहौल को बिगाड़ सकता है। फिलहाल लद्दाख के जिस हिस्से में राहुल गांधी सफर कर रहे हैं, बीते वर्ष वह एरिया काफी संवेदनशील रहा था। यहां भारतीय और चीनी सेना के बीखच खूनी संघर्ष हुआ था, जिसमें कई सैनिक शहीद हो गए थे।

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