कानपुर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीआईपी कल्चर को काफी हद तक खत्म किया है, पर कभी-कभी लगता है कि इसमें अभी और सुधार किया जाना बाकी है। इसी वीआईपी कल्चर की वजह से कानपुर में जाम में फंसी महिला की जान चली गई। महिला को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया जा रहा था। ठीक उसी समय राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कानुपर में दौरा था। इसके कारण गोविंदपुरी पुल पर ट्रैफिक को रोक दिया गया था। इसी जाम में महिला को अस्पताल ले जा रही गाड़ी भी फंस गई, जिससे उसे अस्पताल ले जाने में देर हो गई। महिला को जबतक लेकर अस्पताल पहुंचे, तब तक उसकी सांसें उखड़ चुकी थीं।

घटना की जानकारी होने पर कानपुर के पुलिस कमिश्नर असीम अरुण ने पीड़ित परिवार से माफी मांगी है। इसके अलावा उन्होंने मामले की जांच के आदेश भी दिए हैं। वहीं आईआईए महिला विंग की अध्यक्ष वंदना मिश्रा की मौत पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रथम महिला सविता कोविंद ने शोक व्यक्त किया है। राष्ट्रपति का शोक संदेश लेकर पुलिस कमिश्नर असीम अरुण और डीएम आलोक तिवारी पीड़ित परिवार के घर पहुंचे। दोनों अधिकारियों ने पीड़ित परिवार को ढांढस बधाते हुए दुख की इस घड़ी में धैर्य रखने की अपील की है।

इसे भी पढ़ें: दो शहरों में होगी डेल्टा प्लस वैरिएंट की जांच

जानकारी के मुताबिक कानपुर के किदवईनगर के ब्लॉक निवासी शरद मिश्रा की पत्नी वंदना मिश्रा इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन कानपुर चैप्टर की महिला विंग की अध्यक्ष थीं। इस संदर्भ में शरद मिश्रा ने बताया कि वंदना को डेढ़ माह पहले कोरोना हुआ था। उस समय ठीक हो गई थीं, लेकिन शुक्रवार शाम को उनकी तबीयत फिर से अचानक बिगड़ी तो उन्हें सर्वोदय नगर स्थित रीजेंसी हॉस्पिटल ले जाया गया। लेकिन इस दौरान जाम लगे होने के कारण गोविंदपुरी पुल से फजलगंज के बीच उनकी गाड़ी फंस गई। जाम से निकलने में उन्हें लगभग एक घंटे लग गए। जब वह रीजेंसी लेकर पहुंचे तो डॉक्टर ने जांच के बाद वंदना को मृत घोषित कर दिया। वहीं इस घटना की जानकारी जब पुलिस कमिश्नर, डीएम आलोक तिवारी, डीसीपी साउथ हुई तो ये अधिकारी वंदना मिश्रा के घर पहुंचे और अपनी शोक संवेदनाएं व्यक्त की। इस दौरान पुलिस कमिश्नर ने मृतका के पति से जाम कहां और कितनी देर लगा इस संदर्भ में जानकारी भी हासिल की।

इसे भी पढ़ें: केजरीवाल ने जरूरत से 4 गुना ज्यादा मांगी थी ऑक्सीजन

Spread the news