PFI Demonstration: केंद्रीय जांच एजेंसियों की ताबड़तोड़ कार्रवाई से पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) बौखला गई है। PFI जांच एजेंसियों की कार्रवाई के विरोध में जगह-जगह उग्र प्रदर्शन (PFI Demonstration) शुरू कर दिया है। केरल में जहां आज जहां हड़ताल (PFI Demonstration) का आह्वान किया गया है। वहीं इस दौरान भारी बवाल होने की भी खबरें आ रही हैं। केरल से लेकर तमिलनाडु तक उग्र प्रदर्शन के साथ जमकर तोड़फोड़ की जा रही है। खबर है कि तमिलनाडु में बीजेपी दफ्तर पर भी हमला किया गया है। वहीं कोच्चि में सरकारी बसों को निशाना बनाकर तोड़फोड़ की जा रही है। इसके अलावा तिरुवनंतपुरम में भी तोड़फोड़ किए जाने की बात सामने आ रही है।
PFI के कार्यकर्ता एनआईए की अगुवाई में कई एजेंसियों द्वारा अपने कार्यालयों, नेताओं के घरों और अन्य परिसर में की गई छापेमारी के विरोध में केरल में उग्र प्रदर्शन (PFI Demonstration) कर रहे हैं। बता दें कि पीएफआई पर देश में आतंकवादी गतिविधियों का कथित रूप से वित्तपोषण करने को लेकर छापेमारी की थी।
सिमी का बदला हुआ रूप है PFI
गौरलतलब है कि PFI पर टेरर फंडिंग के आरोप हैं। केंद्रीय जांच एजेंसियों के इसके ठोस सबूत मिले हैं। सूत्रों की मानें तो PFI सिमी का बदला हुआ रूप है। सिमी पर प्रतिबंध के कुछ ही दिनों बाद पीएफआई का गठन हुआ था, जिसका मकसद भारत में गजवा ए हिंद लागू करना है। देश में हुई कई हिंसक घटनाओं में पीएफआई का नाम आ चुका है। इसको लेकर जांच एजेंसियां लंबे समय से सतर्क थीं। खुफिया जानकारी के आधान पर एनआईए ने गुरुवार को देश के कई राज्यों में एक साथ छापेमारी कर पीएफआई से जुड़े कई लोगों को सबूतों के साथ गिरफ्तार किया है। एनआईए के इसी कार्रवाई के विरोध में पीएफआई सड़क पर उतर गई है।
एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप
उधर जांच एजेंसिया की कार्रवाई पर PFI के एक सदस्य का कहना है कि इसकी राज्य समिति ने पाया कि संगठन के नेताओं की गिरफ्तारी ‘राज्य प्रायोजित आतंकवाद’ का हिस्सा थी। इसी क्रम में पीएफआई के राज्य महासचिव ए अब्दुल सथार ने आरोप लगाते हुए कहा, ‘राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के नियंत्रण वाली फासीवादी सरकार की तरफ से केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल करके असहमति की आवाज को कुचलने का प्रयास किया जा रहा है, जिसके खिलाफ राज्य में 23 सितंबर को हड़ताल का आह्वान किया गया है। उन्होंने कहा कि यह हड़ताल सुबह 6 बजे से शुरू शाम को 6 बजे तक चलेगा।
इसे भी पढ़ें: टेरर फंडिंग को लेकर NIA ने 11 राज्यों में की छापेमारी
बिहार और तेलंगाना में की थी छापेमारी
गौरतलब है कि एनआईए ने इससे पहले बिहार और तेलंगाना में छापेमारी की थी। ये छापेमारी भी टेरर फंडिंग को लेकर हुई थी। सूत्रों के मुताबिक इस छापेमारी का दायरा और बढ़ सकता है। एनआईए केरल से लीड लेने के बाद पीएफआई के अन्य दफ्तरों पर भी छापेमारी कर सकती है। फिलहाल अभी देश के 11 राज्यों में छापेमारी चल रही है, व्यापक स्तर पर गिरफ्तारियां की जा रही हैं। पीएफआई से जुड़े लोगों को केरल, कर्नाटक, राजस्थान, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, दिल्ली, यूपी, एमपी और महाराष्ट्र से गिरफ्तार किया गया है। असम से भी कुछ लोगों को हिरासत में लिए जाने की खबर है।
इसे भी पढ़ें: शराब से हुई मौतों के मामले में यूपी टॉप पर
इसे भी पढ़ें: दुष्कर्म के दोषी मौलाना जरजिस को दस साल की सजा