Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव 2024 के लिए समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) जहां मैंदान में उतरकर पार्टी को धार देने में जुटे हैं। वहीं पार्टी के कद्दावर नेता उनसे खफा दिखाई दे रहे हैं। सपा से चार बार के सांसद रहे और मुलायम सिंह के बेहद करीबी माने जाने वाले रवि प्रकाश वर्मा (Ravi Prakash Verma) ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। रवि वर्मा (Ravi Verma) का इस्तीफा समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। क्योंकि सपाई कुनबे से उनका बेहद करीबी का रिश्ता रहा है। एक तरफ जहां अखिलेश यादव PDA साइकिल रैली निकाल कर पिछड़ों को पार्टी से जोड़ने की मुहिम में लगे हैं, वहीं दूसरी तरफ गैर यादव और पिछड़े वर्ग से आने वाले रवि वर्मा ने पार्टी से किनारा कर लिया है। बता दें रवि वर्मा बीते कुछ दिनों से पार्टी के कार्यक्रमों से दूरी बना रखा था।

गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव में बीजेपी को हराने के लिए विपक्षी दलों ने महागठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्ल्युसिव एलायंस’ यानि भारतीय राष्ट्रीय विकासवादी समावेशी गठबंधन (I.N.D.I.A.) बनाया है। उत्तर प्रदेश में कांग्रेस और सपा I.N.D.I.A. गठबंधन में शामिल हैं। लेकिन यहां दोनों दल एक-दूसरे के लिए चुनौती बन गए हैं। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने सपा को भाव न देकर जहां उत्तर प्रदेश से बाहर उसको उसकी हैसियत बता दी है, वहीं अब यूपी में भी वह सपा का खेल बिगाड़ने जा रही है। बता दें कि उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी दूसरे नंबर की पार्टी है। वहीं कांग्रेस यहां वजूद के संकट से जूझ रही है। लोकसभा चुनाव की बात की जाए तो विधानसभा चुनाव की अपेक्षा इसमें चुनावी समीकरण बदल जाते हैं। जनता क्षेत्रीय दलों की अपेक्षा राष्ट्रीय दलों को वोटिंग करती है।

ऐसे में लोकसभा चुनाव 2024 में कांग्रेस सपा के सामने मुश्किल पैदा करती नजर आ रही है। बीजेपी के कोर वोटर दूसरे दलों को पसंद नहीं कर रहे हैं, जबकि सपा के नेताओं और वोटरों के सामने कांग्रेस विकल्प के तौर पर नजर आ रही है। शायद यही कारण है चुनाव जैसे-जैसे करीब आ रहा है, कांग्रेस का जनाधार बढ़ता नजर आ रहा है। लखीमपुर खीरी में धाक रखने वाले रवि प्रकाश वर्मा ने सपा छोड़ने के बाद कांग्रेस में जाने के संकेत दे दिए हैं। उन्होंने पार्टी को अपना इस्तीफा 2 नवंबर को दे दिया है। सूत्रों की मानें तो अखिलेश यादव ने रवि प्रकाश वर्मा को मनाने की कोशिश भी की, लेकिन बात नहीं बनी। वहीं जानकारों की मानें तो रवि प्रकाश वर्मा के सपा छोड़ने से पार्टी के पीडीए फार्मूले को तगड़ा झटका लगा है।

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बता दें कि रवि प्रकाश वर्मा लखीमपुर खीरी से समाजवादी पार्टी के तीन बार सांसद रहे है। उन्होंने यहां से लगातार तीन बार चुनाव जीतने का रिकॉर्ड भी बनाया है। रवि वर्मा साल 2009 तक यहां से सांसद रहे, लेकिन इसके बाद वह चुनाव हार गए। सूत्रों की माने तो उन्होंने कांग्रेस में शामिल होने का फैसला कर लिया है। इसको लेकर वह शुक्रवार को समर्थकों के साथ बैठक कर रहे हैं। चर्चा है कि रवि प्रकाश वर्मा 6 नवंबर को समर्थकों के साथ कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने भी इस बात के संकेत दिया है। इस संदर्भ में बात करने पर उन्होंने बताया कि रवि प्रकाश वर्मा हमारे संपर्क में हैं। उनके आने से पार्टी को मजबूती मिलेगी।

इंडिया गठबंधन का फुल फार्म

इंडिया गठबंधन में शामिल दलों ने अपनी पार्टी के नामों से मिलान करते हुए इसका नामकरण किया है। INDIA का फुल फॉर्म है- ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्ल्युसिव एलायंस’ मतलब भारतीय राष्ट्रीय विकासवादी समावेशी गठबंधन। इसमें आई (I)- भारतीय (Indian), एन (N)-राष्ट्रीय ( National), डी (D)- विकासवादी (Developmental), आई (I)- समावेशी (Inclusive) और ए (A)- गठबंधन (Alliance) है।

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